अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस में बुजुर्गों का हुआ सम्मान
भजन सुनकर हुए भाव विभोर
बाँदा। बेटे ,भाई ,बहू और बेटियां के रहते बड़ी संख्या में बुजुर्गों को वृद्ध आश्रम में रहना पड़ रहा है। आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर, जब इन्हें सम्मानित किया गया तो भाव विभोर हो, इनकी आंखें छलक पड़ी।
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस के अवसर पर आज जनपद बांदा के वृद्ध आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को सम्मानित किया गया तब अपनोे को याद करके इनकी आंखें छलक पड़ी।
इस दौरान मिष्ठान फल का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर एक भजन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
जिसमें भजन कीर्तन के माध्यम से समस्त बुजुर्गों का मनोरंजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
उनको योग मेडिटेशन तथा स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम आदि के बारे में बताया गया। वृद्ध आश्रम के कार्यक्रम प्रबंधक श्याम किशोर त्रिवेदी बताया कि आश्रम में इस समय 92 बुजुर्ग हैं।
जो यहां पारिवारिक माहौल में रहते हैं और यहां के माहौल में रहकर अपनों की याद भी नहीं करते हैं।
आज यहां हुए कार्यक्रम के दौरान शहर के सबसे बुजुर्ग स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्यामले प्रसाद (99) और खपटिहा कला गांव के सबसे बुजुर्ग तुरैइया (110) को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी उप निदेशक समाज कल्याण जिला समाज कल्याण अधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
आज ही शासन द्वारा वृद्धों के लिए पेंशन की दूसरे किस्त की धनराशि जारी की गई, जिसमें बांदा जनपद के 65000 पेंशनर को इसका लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही 1600 लोगों की नई वृद्धावस्था पेंशन लिस्ट वितरित की गई है।