भूमाफिया की प्रशासन को खुलीचुनौती, छत्रसाल संग्रहालय की जमीन पर एक बार फिर कब्जा
बेखौफ भू माफिया ने प्रशासनिक रोक के बावजूद फिर खड़ी की दीवार
रातों रात दीवार खड़ी कर, दीवार में पोती मिट्टी
बिजली खेड़ा छत्रसाल संग्रहालय की नजूल की जमीन पर भू माफिया संतु लोधी का सिंडिकेट
सीएम योगी का भूमाफियाओं के खिलाफ चल रहा अभिया यंहा हुआ धराशायी
11 अगस्त, बाँदा। जनपद में भू माफियाओं के हौसले कितने बुलंद है इसकी बानगी देखना है तो शहर के बिजलीखेड़ा सुतरखाना मार्ग पर पुरातत्व विभाग के अधीनस्थ छत्रसाल संग्रहालय की बदनसबी देखिये जो लगातार भू माफिया की भेंट चढ़ रहा है। वहीं प्रशासन मौन की घिग्गी बांधे बैठा है।
आपको बता दे हाल ही में बीते दिनों रुद्राक्ष ने इस अवैध कब्जे की खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद प्रशासन नींद से जाग और कब्जा हटाने की कार्रवाई की थी। लेकिन शायद वह कार्यवाही मात्र दिखावे की थी। तभी तो भू माफिया की इतनी हिमाकत हुई कि कार्रवाई के चंद दिनों बाद ही फिर से रातों रात दीवार खड़ी कर दीवार में मिट्टी पोत दी और प्रशासन एक बार मौन की घिग्गी बांधकर बैठ गया।
यह अवैध कब्जा शहर कोतवाली अंतर्गत बिजली खेड़ा सुतरखाना के मुख्य मार्ग के किनारे हो रहा है। जिसकी पूरी जानकारी दस्तावेज सहित रुद्राक्ष ने प्रकाशित की थी। वहीं प्रशासन का चाबुक शहर कोतवाली अंतर्गत गोड़ीबाबा में गरीबों के आशियानों पर चलाया था।
जिससे कई गरीब बेघर हो गए पर इन भू माफियाओं पर प्रशासन का चाबुक नही चलता। हुक्मरानों की उदासीनता के कारण बुंदेलखंड का इतिहास जमीदोज होता जा रहा है। हालांकि इस मामले में एक इलाकाई व्यक्ति ने मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने की बात कही है।