कार्यशाला में आर्थिक जनगणना का दिया प्रशिक्षण
जनपद में चल रही 7वीं आर्थिक जनगणना के कार्यों को सुदृढ तरीके से कराने के लिये विकास भवन सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ। गौरतलब है कि जनपद में 7वीं आर्थिक जनगणना का कार्य एक माह से चल रहा है। कार्यशाला में सीएससी ई गवर्नेंस सर्विसेज इंलि से मनदीप सिंह स्टेट प्रोजेक्ट हेड ने शुभारम्भ किया। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी एवं महेन्द्र सिंह अपर सांख्यिकी अधिकारी को बुके भेंट कर स्वागत किया।
इस दौरान सीएससी संचालकों को आर्थिक गणना की बारीकियों एवं महत्व के बारे में बताते हुए पुनः प्रोजेक्टर आदि के माध्यम से विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। फील्ड व एप्प में आने वाले समस्याओं के बारे में जानकारी की। प्रोजेक्ट हेड ने बताया कि 7वीं आर्थिक गणना सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 2019 से प्रारम्भ है जिसको मार्च 2020 तक पूर्ण करना है। वर्तमान आर्थिक गणना में मंत्रालय ने सातवीं आर्थिक गणना के लिये कार्यान्वयन एजेंसी के रूप मंे इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी ई गवर्नेंस सर्विसेज इंलि के साथ साझेदारी की है।
7वीं आर्थिक गणना में आंकडे जुटाने, उनके प्रमाणीकरण, रिपोर्ट तैयार करने और इनके प्रसार के लिये आईटी आधारित डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर मोबाइल एप्प के माध्यम से किया जा रहा है। जनपद में आर्थिक गणना का कार्य प्रारम्भ है। सीएससी जिला समन्वयक बदरूददीन खान ने बताया कि आर्थिक गणना में परिवारों के उद्यमों, गैर जोत कृषि और गैर कृषि क्षेत्र में वस्तुओं, सेवाओं के उत्पादन एवं वितरण की गणना की जायेगी।
जिला प्रबंधक अतुल कुमार व मनीष कुमार ने बताया कि इस कार्य को सम्पन्न कराने के लिये कुल 150 सुपरवाइजरों व 300 गणनाकारों की मदद ली जा रही है। जिनका पूर्व में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर सफल सातवीं आर्थिक गणना का कार्य करने को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जनपद में सातवीं आर्थिक गणना के सफल क्रियान्वयन के लिये जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी का इस परियोजना का नोडल बनाया गया है। जिनकी देखरेख में यह कार्य किया जा रहा हैं। इसके अलावा एरिया हेड मो नाजिम ने एचडीएफसी की समस्त सेवाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर अर्थ एवं संख्या विभाग स्टाफ, एचडीएफसी स्टाफ सहित लगभग डेढ सैकडा केन्द्र संचालक उपस्थित रहें।