तीन दिन में 3.10 लाख को खिलाई गई फाइलेरिया की दवा
उरई/जालौन, फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत तीन दिन में तीन लाख लोगों को फाइलेरिया दवा खिलाई जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर जाकर लोगों को दवा खिलाने के साथ रोग के प्रति जागरूक कर रही हैं। यह अभियान 27 फरवरी तक चलेगा। स्कूल-कॉलेजों में भी छात्र-छात्राओं को फाइलेरिया की दवा खिलाई जा रही है।
सीएमओ डॉ.एके श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के अंतर्गत चलाए जा रहे सामूहिक दवा सेवन(एमडीए) कार्यक्रम में 21 लाख आबादी में 85 प्रतिशत हिस्से को कवर करने का लक्ष्य है। तीन दिन में 3.10 लाख से ज्यादा लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गई है। अभियान में 1709 टीमें लगाई गई हैं। मॉनीटरिंग के लिए 306 सुपरवाइजर लगाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें घरों पर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। सीएमओ ने बताया कि परजीवी क्यूलैक्स फैंटीगंस मादा मच्छर के काटने से फाइलेरिया होता है। ऐसे मच्छर घरों के आसपास नाली, गड्ढों व घर के अंदर रुके गंदेपानी में पनपते हैं। ठंड लगने के साथ ही तेज बुखार होना, हाथ-पैर की नसों का फूलना, दर्द होना, जांघ में गिल्टी उभर आना, हाथ-पैर में सूजन आदि इस रोग के लक्षण हैं। जिला मलेरिया अधिकारी पूजा अहिरवार का कहना है कि एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती व गंभीर बीमारी से ग्रसित रोग के लोगों को यह दवा नहीं खिलानी है। साथ ही खाली पेट भी दवा नहीं खाना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। शरीर पर सरसों अथवा नीम का तेल लगाकर सोएं।