पाकिस्तान: मरियम नवाज की पदोन्नति से कई वरिष्ठ नेताओ की बढ़ी परेशानी, पढ़े पूरी ख़बर

नई दिल्ली, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) पार्टी में हाल ही में मरियम नवाज को वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस पदोन्नति के साथ ही वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगी। मगर, इस फैसले की वजह से पार्टी के अनुभवी दूसरे स्तर के नेतृत्व में काफी बेचैनी है।

सूत्रों ने कहा कि इस नियुक्ति से पहले कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार, अब पार्टी में पिता नवाज शरीफ और मौजूदा प्रधानमंत्री चाचा शहबाज शरीफ के बाद मरियम नवाज तीसरी सबसे शक्तिशाली शख्सियत बन गई हैं। खबरों केई मुताबिक पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस नियुक्ति से परेशान हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कसी थी नवाज शरीफ पर नकेल
पीएमएल-एन अध्यक्ष की ओर से हाल ही में जारी की गई अधिसूचना के बाद मरियम नवाज औपचारिक रूप से शाहबाज शरीफ के बाद पार्टी में दूसरी सबसे वरिष्ठ नेता बन गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण आधिकारिक तौर पर नवाज शरीफ पीएमएल-एन में किसी भी पद पर नहीं रह सकते हैं। मगर, फिर भी वह पार्टी के सर्वोच्च नेता बने हुए हैं।
पार्टी के किसी भी नेता से नहीं ली गई सलाह
पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता ने द न्यूज को बताया कि यह फैसला अलोकतांत्रिक है। इसका उद्देश्य शरीफ की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि शरीफ परिवार के बाहर शायद ही किसी पार्टी के वरिष्ठ नेता से यह नियुक्ति करते समय सलाह ली गई थी।
शरीफ परिवार को हर अहम पद पर बैठने का अधिकार
अब मरियम नवाज राष्ट्रपति शहबाज शरीफ के बाद वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य आयोजक दोनों होने के कारण दूसरी सबसे वरिष्ठ हैं। पीएमएल-एन नेताओं में से एक ने दुख व्यक्त किया कि शरीफ परिवार या उनसे करीबी से जुड़े लोगों को पार्टी या सरकार में हर महत्वपूर्ण पद पर बैठने का पहला अधिकार है।
उन्होंने कहा कि पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ हैं। उनके छोटे भाई पीएमएल-एन के अध्यक्ष हैं और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी हैं। नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज पीएमएलएन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य आयोजक हैं। शहबाज शरीफ के बड़े बेटे हमजा शहबाज पंजाब में विपक्ष के नेता हैं।
हमजा के लिए सभी को किया नजरअंदाज
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अन्य सभी को नजरअंदाज करते हुए पिछले साल हमजा को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया था। उस वक्त उनके पिता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। पार्टी में कई लोग सोचते हैं कि ख्वाजा साद रफीक और मलिक अहमद खान की पसंद पंजाब के मुख्यमंत्री के पद के लिए बेहतर पसंद होती। लेकिन शरीफ परिवार ने अपने ही बेटे के पक्ष में फैसला किया। हालांकि, हमजा बमुश्किल से कुछ महीनों के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री रह सके।
नवाज के बेटों को नहीं है राजनीति में रुचि
नवाज शरीफ के दो बेटों में से कोई भी राजनीति में दिलचस्पी नहीं रखता है। शहबाज शरीफ के छोटे बेटे सुलेमान शहबाज पारिवारिक व्यवसाय की देखरेख कर रहे हैं। द न्यूज ने बताया कि नवाज शरीफ के दामाद और मरियम के पति कैप्टन (आर) सफदर पीएमएल-एन की यूथ विंग के अध्यक्ष हैं। पीएमएल-एन के एक नेता के अनुसार मरियम नवाज के बेटे जुनैद सफदर को भी सोशल मीडिया टीम की ओर से प्रचारित किया जा रहा है। हालांकि, वह अभी तक राजनीति में शामिल नहीं हुए हैं।