‘गिरफ्तार रूसी हैकर ने JEE-Mains में 820 छात्रों को चीटिंग करने में की थी मदद’, CBI का कोर्ट के सामने बड़ा खुलासा
दिल्ली : रूसी हैकर मिखाइल शार्गिन के बारे में सीबीआई ने कोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि मिखाइल शार्गिन ने उसके शुरुआती अनुमानों से कहीं अधिक छात्रों को धोखाधड़ी में सहायता की। गौरतलब है कि सीबीआई ने पिछले साल हुई आईआईटी जेईई (मुख्य) परीक्षा में कथित हेरफेर के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में सोमवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक रूसी नागरिक मिखाइल शार्गिन को पकड़ा था। मंगलवार को मिखाइल को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया।
सीबीआई ने अदलात को बताया कि आईआईटी प्रवेश परीक्षा के इनलाइन सिस्टम में हेरफेर करके मिखाइल ने 820 छात्रों द्वारा धोखाधड़ी में सहायता की थी। यह उसके प्रारंभिक अनुमानों से कहीं अधिक है। अदालत ने 25 वर्षीय मिखाइल को दो दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया। सीबीआई की जांच में संकेत मिला है कि शार्गिन ने कथित रूप से आईलियॉन सॉफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ की थी। इस सॉफ्टवेयर पर जेईई (मुख्य)-2021 परीक्षा आयोजित की गई थी। अधिकारियों के अनुसार शार्गिन ने परीक्षा के दौरान संदिग्ध अभ्यर्थियों के कम्प्यूटर सिस्टम को हैक करने में अन्य आरोपियों की भी मदद भी की थी।
पिछले साल सितंबर में हुई इस परीक्षा में 9 लाख से अधिक छात्र उपस्थि हुए थे। इसे केवल ऑनलाइन ही आयोजित किया जाता है। परीक्षा बेहद ‘सुरक्षित’ कंप्यूटरों पर आयोजित की जाती है। जांच में कहा गया है कि मिखाइल शार्गिन ने सिस्टम को हैक किया था ताकि छात्र अपने सहयोगियों को अपने कंप्यूटर का “रिमोट एक्सेस” दे सकें। बाद में छात्र के सहयोगियों ने कहीं और बैठकर कंप्यूटर पर प्रश्न पत्र हल किए थे। आसान शब्दों में कहें तो एग्जाम सेंटर के बाहर बैठे “शिक्षक” या “कोच” छात्रों के कंप्यूटरों को हैंडल कर रहे थे और उनके प्रश्नों को हल कर रहे थे। अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।