खेल हमारी भारतीय संस्कृति का हिस्साः कुलपति
बांदा। मंगलवार को बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बाँदा, में राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन व मेजर ध्यानचंद के तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेन्द प्रताप सिंह द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर उपस्थित छात्रो को संबोधित करते हुए कहा कि खेल हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है।
खेलो से शारिरिक विकास के साथ साथ बौधिक विकास होता है। एक समय खेलो को सिर्फ मनोरंजन के लिये ही ख्ेाला जाता था परन्तु आज खेल हमारे जिवन का अभिन्न हिस्सा ही नही बल्कि हमारी पहचान बनती जा रही है।
पहले खेलो को लेकर यह कहा जाता था कि खेलोगे कुदोगे तो होगे खराब और पढोगे लिखोगे तो होगे नवाब परन्तु आज यह कथन सत्य नही है। मेजर ध्यानचंद जी ने अपनी कला और पराक्रम से हाकी को भारत को एक अलग पहचान दिलायी है बल्कि इनके योगदान ने हाकी को राष्ट्रीय खेल का दर्जा दिलाने मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
इस अवसर पर डा0 वी के सिंह अधिष्ठाता, छात्र कल्याण द्वारा कार्यकम में उपस्थित मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महोदय व उपस्थित लोगो का स्वागत व् अभिनन्दन किया कहा कि खेल छात्रों की भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करता है स्वस्थ, तनावमुक्त और अनुशासित जीवन जीने के लिए छात्र अपने दिनचर्या में नियमित खेलकूद का अभ्यास करे। डा. अभिषेक कुमार यादव द्वारा मेजर ध्यानचंद जी के खेल उपलब्धि के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया।
छात्रों को इस अवसर पर मेजर ध्यानचंद जी के खेल उपलब्धि के बारे में डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से राष्ट्रीय खेल दिवस के लिए जागरूक व् प्रोत्साहित किया गया विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा योग के विभिन्न आसनो का भी शानदार प्रदर्शन किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रो0, एस वी द्धिवेदी, अधिष्ठाता उद्यान महाविद्यालय, डा0 वी के सिंह अधिष्ठाता, छात्र कल्याण, डॉ. नरेंद्र सिंह, सह- निदेशक प्रसार, डॉ. भानु प्रकाश मिश्रा, निदेशक ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट डॉ. अखिलेश कुमार सिंह, डा0 बी के गुप्ता मीडिया प्रभारीे, डा0 डा0 विशाल चुग, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. विज्ञा, डॉ. नीतू डा0 अभिषेक कालिया डा. सुनील कुमार डा. दीप्ति भार्गव व अन्य लोग सहयोग से कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन डा. अभिषेक कुमार यादव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डा. आशुतोष राय द्वारा मंच का संचालन डा. पूनम पांडेय द्वारा द्वारा किया गया।