टीचर ने छात्र को बेरहमी से पीटा,जूठा लंच बॉक्स धोने से किया था मना
उरई/जालौन,संवाददाता। जालौन के झांसी रोड स्थित ब्रज कुंवर देवी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 9वीं के एक छात्र को अध्यापक ने बेरहमी से पीट दिया। जिससे उसके शरीर और कान पर गहरी चोट आई, यह पिटाई अध्यापक ने इस बात पर कर दी कि उसने जूठा लंच बॉक्स धोने से मना कर दिया था।
इस बात को लेकर पीड़ित छात्र के पिता ने कोतवाली में शिकायत की मामला संज्ञान लेते हुए तत्काल अध्यापक को बुलाया गया। मगर स्कूल के प्रबंधक और अन्य लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामले में समझौता करा दिया गया। यह मामला उरई कोतवाली क्षेत्र का है।
उरई का रहने वाला अंश तिवारी ब्रज कुंवर देवी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल में कक्षा 9वीं का छात्र है। गुरुवार को स्कूल पढ़ने के लिए गया था, जब दोपहर में लंच के बाद यहां सभी बच्चे खेल रहे थे, जिसमें अंश भी शामिल था। इस दौरान इसी स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक सुमित तिवारी ने अपना जूठा लंच टिफिन साफ कराने के लिये अंश से कहा, जिसे छात्र ने मना कर दिया।
इससे नाराज होकर अध्यापक सुमित तिवारी लंच के बाद कक्षा में पहुंचकर सभी छात्रों को एक-एक करके सवाल पूछने शुरू कर दिए। इस दौरान अंश से भी सवाल किए गए, जिसको वह बता नहीं सका। इसी पर शिक्षक ने अंश की बेरहमी से पिटाई कर दी। जिससे उसके कान और जांघों पर गहरी चोट के निशान आए। छुट्टी के बाद अंश जब घर पहुंचा तो, उसने इस घटना के बारे में परिजनों को अवगत कराया।
जिसके बाद उसके पिता आशीष अपने बेटे अंश को लेकर कोतवाली पहुंचे, जहां उन्होंने शिक्षक के खिलाफ शिकायती पत्र दिया। शिकायती पत्र देते हुए पुलिस ने तत्काल छात्र को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा और शिक्षक को बुलाने के लिए कहा।
इसकी जानकारी जैसे ही स्कूल प्रबंधक को हुई वह मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने छात्र और परिजनों से बात की और शिक्षक से गलती के लिए माफी मंगवाई तब कही जाकर मामला शांत हुआ। इस मामले में उरई कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक शिव कुमार राठौर का कहना है, श्श्दोनों पक्षों में आपस में समझौता हो गया है, इसीलिए किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया गया।
वहीं स्कूल के प्रबंधक अजय कुमार इटोरिया ने बताया, श्श्वह सुबह बैठक करेंगे और इस मामले में सभी शिक्षकों से बात करेंगे, साथ ही स्कूल प्रबंध समिति जो भी निर्णय लेगी, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सभी शिक्षकों को निर्देश दिया है। बच्चों के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार किया जाए, उनसे किसी प्रकार की कोई अभद्रता न की जाए।