सालों से बुजुर्ग खुद को साबित कर रहा जिंदा
बांदा,संवाददाता। बांदा में प्रधान व सचिव द्वारा जीते जी व्यक्ति को मृत दिखाए जाने के कारण पीड़ित की वृद्धा पेंशन बंद हो गई। पीड़ित वृद्ध ने डीएम कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।
वो एक साल से दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर खुद के जिंदा होने का प्रमाण दे रहा है। साहब, हम जिंदा हैं, इन शब्दों को कहते हुए दफ्तर में चक्कर काट रहे पीड़ित बुजुर्गों को एक साल बीत चुके है।
लेकिन अभी तक अपने आप को जिंदा साबित नहीं कर सके। सरकारी कागजों में मृत घोषित हो चुके बुजुर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा।
जिले के तहसील नरैनी के रानीपुर ग्राम के रहने वाले बुजुर्ग नेतराम(70) साल ने ग्राम प्रधान व सचिव पद वृद्धा पेंशन कटवाने का आरोप लगाया है। बुजुर्ग वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ पाने के लिए खुद को जिंदा साबित करने में लगे हैं।
जिन्हें कागजों पर मृत बता दिया गया जिस कारण से सरकारी लाभ नही ले पा रहे हैं। जिसके चलते पीड़ित बुजुर्ग ने जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीएम से न्याय की गुहार लगाते हुए पेंशन शुरू करने की मांग की है।
वहीं डीएम अनुराग पटेल ने बताया कि मामले का लेते हुए बुजुर्ग की वृद्धा पेंशन शुरू करने के लिए अधिकारियों से बात की गई है और जांच कराकर दोषी लोगों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।