बांदा का “उमरी गांव” : मोदी के कारण प्रशासन की उड़ी है “नींद”
बांदा। प्रधान मंत्री नरेन्द मोदी के चलते जिले के एक गांव उमरी नें प्रशासन की नींद को उड़ा दिया है। प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है।
आपको बता दें की जल जीवन मिशन के तहत दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा बबेरू तहसील के उमरी ग्राम प्रधान से वर्चुअल संवाद को लेकर अधिकारियों में यह हलचल मची हुई है।
जल निगम व ब्लाक के अधिकारी गांव में डेरा जमाये हैं । साफ-सफाई एवं विभिन्न समस्याओं के निस्तारण का कार्य कराया जा रहा हैं।
विकास खंड बबेरू की ग्राम पंचायत उमरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्चुअल संवाद के लिए चयनित किया गया है। प्रधान गिरिजा कांत तिवारी से वह वर्चुअल संवाद करेंगे। इसको लेकर जनपद के अधिकारियों की नींद उड़ गई है।
एडीएम नमामि गंगे एमपी सिंह, जल निगम एक्सईएन गौरव चौधरी, बीडीओ डा.प्रभात कुमरा द्विवेदी सहित कई अधिकारी गांव का दौरा कर रहें हैं।
समस्याओं को दूर कराया जा रहा है। एडीएम एमपी सिंह ने पानी की टंकी की स्थिति देखी है। पेयजल के बारे में ग्रामीणों से भी वस्तु स्थिति की जानकारी लेचुके हैं। ग्राम पंचायत सचिव रवि मौर्य को फटकार भी पड़ी है।
निर्देश हैं की गांव में कहीं भी गंदगी नजर नहीं आये। नालियों की साफ-सफाई कराएं। दो अक्टूबर को प्रधान और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच होने वाले वर्चुअल संवाद को ध्यान में रखते हुए नेटवर्क ऑनलाइन में अव्यवस्था न हो।
इसके लिए पहले से दुरुस्त करण हो रहा है। जो नेटवर्क यहां काम कर रहा है उसके एरिया मैनेजर से संपर्क हुआ है।
गांव के 240 परिवारों को टोटी के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। यदि कहीं पानी नहीं पहुंच रहा है उसकी भी व्यवस्था शीघ्र करानें के निर्देश जल जीवन मिशन के कर्मचारियों को दिया गया है।
प्रधान गिरजा कांत तिवारी, एडीओ पंचायत सूरजपाल यादव, अनिल कुमार श्रीवास्तव, जल निगम जेई जीतू वर्मा, ग्राम पंचायत सचिव रवि मौर्य सहित तमाम कर्मचारी निरंतर व्यवस्था पर नजर बनाये हुये हैं।