पंचायत भवन निर्माण में धांधली पर प्रधान व सचिव पर कार्रवाई के निर्देश
उरई/जलौन,संवाददाता। पंचायत भवन निर्माण में धांधली पर तत्कालीन प्रधान व सचिव पर कार्रवाई की गई है। जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम ने तत्कालीन प्रधान व सचिव पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने के मामले में रिकवरी के निर्देश दिए है।
मामले को लेकर बीडीओ ने बताया कि 3.16 लाख की रिकवरी के निर्देश हुए है, लेकिन अभी उनके पास रिकवरी संबंधित पत्र नहीं आया है। पत्र मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि ब्लाक क्षेत्र के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग में वर्ष 2009-10 में ग्राम पंचायत भवन का निर्माण तत्कालीन प्रधान महादेवी एवं सचिव मनोज कुमार गौतम ने कराया था।
निर्माण के दौरान ग्रामीणों ने धांधली के आरोप लगे थे, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। मानक विहीन निर्माण होने की वजह से कुछ वर्ष बाद ही पंचायत भवन की दीवारें चटक गई और फर्श उखड़ गई। मानक के अनुसार सीमेंट का प्रयोग न होने से छत भी जर्जर हो गई।
मामले को लेकर गांव के समाजसेवी गजेंद्र सिंह सेंगर ने 7 जनवरी 2018 को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की थी।
शिकायत को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने मामले की जांच ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता को दी।
जिन्होंने 8 मार्च 2018 को मौके पर जाकर ग्रामीणों की उपस्थिति में जांच की और शिकायत को सही पाया।
उन्होंने अपनी जांच आख्या में निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी की पुष्टि की और निर्माण में व्यय की गई धनराशि के दुरुपयोग पर तत्कालीन प्रधान, सचिव दोषी माना था और दोनों से खर्च की गई 3.16 लाख की वसूली किए जाने की संस्तुति की।
जिस पर तत्कालीन प्रधान व सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। मामला लंबित रहने के बाद एक बार फिर हाल ही में समाज सेवी ने दोवार शिकायत की।
इसको जिलाधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए और तत्कालीन प्रधान सचिव के खिलाफ रिकवरी के निर्देश दिए।