आकाशीय बिजली से विद्युत विभाग को लगा 70 लाख का चूना
घटना के 48 घण्टे बाद आपूर्ति नहीं लौटी पटरी पर
भरुआ सुमेरपुर। सोमवार को शाम 5 बजे आकाशीय बिजली गिरने से ध्वस्त विद्युत आपूर्ति 48 घंटे गुजर जाने के बाद पटरी पर नहीं आ सकी. इस घटना में विद्युत विभाग को लाखों रुपए की चपत लगी है. सुमेरपुर द्वितीय सब स्टेशन में रखा पांच एमवीए का ट्रांसफार्मर फुंकने के बाद इस सब स्टेशन के गांवो को आपूर्ति देने के लिए भी विदोखर सबस्टेशन से जोड़ा गया है. इससे सबस्टेशन में लोड बढ़ गया है. जिससे आपूर्ति बार-बार बाधित हो रही है और उपभोक्ता परेशान हैं.
विद्युत वितरण खंड के अवर अभियंता रवींद्र कुमार साहू ने बताया कि गत सोमवार को शाम 5 बजे हुई तेज बारिश एवं गर्जना के साथ गिरी आकाशीय बिजली से सुमेरपुर द्वितीय सब स्टेशन में रखा पांच एमबीए का विद्युत ट्रांसफार्मर पूरी तरह से जल गया है. यह आपूर्ति देने लायक नहीं बचा है और इसकी मरम्मत होना भी असंभव है.
इसको बदला जाना ही विकल्प है. उन्होंने बताया कि इस ट्रांसफार्मर की कीमत 65 लाख से अधिक है. उन्होंने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से 132 केवी पावर हाउस से सुमेरपुर द्वितीय एवं विदोखर सबस्टेशन के लिए गई 33 केवी लाइन के दो दर्जन इंसुलेटर ध्वस्त हुए थे.
जिसकी कीमत लगभग दो लाख है. विद्युत विभाग के अनुसार आकाशीय बिजली से विभाग को लगभग 70 लाख की क्षति होने का अनुमान है. उधर घटना के 48 घंटे बीत जाने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों की आपूर्ति पटरी पर नहीं लौट सकी. विद्युत विभाग की टीमें लगातार ध्वस्त हुई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जुटी है.
सुमेरपुर द्वितीय से जुड़े इंगोहटा, अछरेला, बहरेला आदि गांवों को आपूर्ति देने के लिए भी विदोखर सब स्टेशन से जोड़ा गया है. जिससे सबस्टेशन में अचानक लोड बढ़ जाने से आपूर्ति में दिक्कतें आ रही हैं. इससे उपभोक्ता परेशान हैं.
विद्युत वितरण खंड 33/11 के अवर अभियंता रवींद्र कुमार साहू ने बताया कि ट्रांसफार्मर खराब होने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है. जल्द ही उच्च अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण कर इसको बदलाने का प्रयास किया जाएगा. तब तक इस पावर हाउस से जुड़े गांवो की आपूर्ति विदोखर सब स्टेशन से होगी।