प्रधानों ने खुद नहीं लगवाई वैक्सीन न ही परिवार को लाए आगे
मुखिया के आगे न होने से ग्रामीणों में ऊहापोह की स्थिति
भरुआ सुमेरपुर। कोरोना संक्रमण से ग्रामीणों को बचाने के लिए निगरानी समिति के अध्यक्षों ने वैक्सीन लगवाने के लिए अभी तक रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है. साथ ही घर के किसी भी सदस्य को वैक्सीन नहीं लगवाई है.
अध्यक्षों के इस मामले में पीछे रहने के कारण ग्रामीण आगे आने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का प्रतिशत बहुत कम है. विकासखंड क्षेत्र की 57 ग्राम पंचायतों में दो लाख से अधिक की आबादी रहती है.
पंचायतों में कोरोना संक्रमण से जागरूक करने के लिए प्रशासन ने स्वास्थ विभाग की निगरानी में एक निगरानी समिति का गठन कर रखा है. इस निगरानी समिति का अध्यक्ष ग्राम प्रधान को बनाया गया है.
यह समिति पंचायतों में ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जागरूकता पैदा करती है. लेकिन विडंबना यह है कि पंचायतों में गठित निगरानी समिति के अध्यक्ष ही जागरूक नही है.
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. महेश चंद्रा बताते हैं कि ब्लॉक के 57 में से किसी प्रधान ने वैक्सीन लगवाने के लिए अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. यही कारण है कि ग्रामीण वैक्सीन लगवाने के प्रति जागरूक नहीं हो रहे हैं.
उन्होंने बताया कि शहर कस्बों की तुलना में ग्रामीणों का प्रतिशत बहुत ही कम है. अगर ग्राम प्रधान वैक्सीन लगवाने के लिए खुद के साथ अपने परिवार को आगे ले आए तो ग्रामीणों में वैक्सीन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वह गांव के मुखिया के नक्शे कदम पर चल कर परिवार सहित वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आएंगे.
परंतु अभी तक किसी प्रधान ने यह साहस नहीं जुटाया है. जबकि कई नवनिर्वाचित प्रधान चुनाव के दौरान कोरोना पाजिटिव हो गए थे. इसके बाद भी यह वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।