बुंदेलखंड : जिला अस्पताल के मोर्चरी हाउस में गमगीन बैठे मृतका के परिजन
राठ। बचपन से ननिहाल में रह रही एक किशोरी ने साड़ी का फंदा बना फांसी लगा ली। जब तक परिजनों को जानकारी हुई उसकी मौत हो चुकी थी। परिजन किशोरी के जिद्दी स्वभाव को आत्महत्या का कारण बता रहे हैं।
कोतवाली क्षेत्र के बसेला गांव निवासी जगदीश पाल ने बताया कि जनपद महोबा के चंदपुरा निवासी उसके बहनोई भानसिंह पाल की 15 वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। एक वर्ष बाद ही उसकी बहन की भी मौत हो गई। दोनों की मौत के बाद अनाथ हुई उनकी इकलौती बेटी प्रीति को वह अपने साथ गांव ले आया था। तभी से प्रीती (17) अपने मामा के घर पर रह रही थी।
बताया कि शनिवार शाम वह बकरियां चराने खेतों की ओर गया था। घर के बाकी परिजन भी कामकाज में व्यस्त थे। तभी प्रीति ने पंखे के कुंदे से साड़ी का फंदा बना फांसी लगा ली। जब तक परिजनों को जानकारी हुई उसकी मौत हो चुकी थी। बताया कि बिन मां बाप की प्रीति को पालने में उसने कोई कसर नहीं छोड़ी। मन न लगने पर उसने कक्षा चार के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी।
ननिहाल में लाड़ प्यार ने उसे जिद्दी बना दिया था। बताया कि पता नहीं किस बात को मन में रखकर उसने जान दी है। कोतवाल मनोज शुक्ला ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया है। कहा कि परिजन आत्महत्या का स्पष्ट कारण नहीं बता रहे हैं।