बिल्वपत्र का वृक्ष घर के पास लगाने से होते है कई लाभ, जानिए कहा और कैसे लगाए

श्रावण मास या किसी भी शिव उत्सव में शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाया जाता है। भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने का जितना महत्व है, उतना ही महत्व बिल्वपत्र के वृक्ष का भी है। घर के आसपास या मंदिर में बिल्वपत्र का पेड़ लगाने के संभावित परिणाम क्या हैं आइए जानते है बिल्वपत्र वृक्ष के क्या लाभ होते है।

बिल्वपत्र का पेड़ जिसे श्रीवृक्ष के नाम से भी जाना जाता है, माना जाता है कि इसे घर के पास लगाने से धन और समृद्धि आती है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में बिल्व का वृक्ष होता है वहां लक्ष्मी का वास होता है। बेलपत्र का पौधा लगाने से पवित्र नगरी काशी के समान पवित्र और पूजनीय स्थान का निर्माण होता है। बेलपत्र का पौधा रखने से न केवल पापों से मुक्ति मिलती है बल्कि घर के सभी सदस्यों को अक्षय फल भी मिलता है। कर्ज को खत्म करने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा में बेल का पौधा लगाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे घर में किसी भी तरह की बाधा नहीं आती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार बेल का पौधा नकारात्मक शक्तियों को खत्म करता है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसके अतिरिक्त यह चंद्र दोष के प्रभाव को कम करने में मदद करता है और घर में सम्मान को बढ़ावा देता है। इस पेड़ को लगाने से घरेलू कलह भी दूर होते हैं और भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं। बिल्वपत्र का पेड़ शुद्ध वातावरण बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह सांपों और अन्य हानिकारक जीवों को घर के पास आने से रोकता है। बिल्व वृक्ष को निवास के उत्तर-पश्चिम में रखने से प्रसिद्धि बढ़ती है, जबकि इसे उत्तर-दक्षिण दिशा में रखने से सुख और शांति मिलती है। निवास के मध्य में स्थित होने पर वृक्ष जीवन में मधुरता लाता है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker