UP की सभी नगर निगमों और बड़ी नगर पालिकाओं में सीएम योगी की जनसभा, पढ़ें पूरी खबर

लखनऊ, निकाय चुनाव में अपना वर्चस्व कायम कर ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए भाजपा धुआंधार प्रचार की तैयारियों में जुट गई है। मतदाताओं तक पहुंचने के लिए घर-घर दस्तक देने के साथ ही पार्टी जल्द ही चुनावी जनसभाओं की श्रृंखला भी शुरू करने जा रही है। पार्टी के सभी मोर्चे भी निकाय चुनाव में प्रचार के लिए तैयार की जा रही व्यूहरचना को आक्रामकता प्रदान करेंगे। पहले चरण के लिए नाम वापसी की प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही पार्टी का चुनाव प्रचार अभियान रफ्तार लेगा।

भाजपा के चुनाव प्रचार को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पैनी धार देंगे। नगरीय निकायों की तीनों श्रेणियों में नगर निगमों के चुनाव सर्वाधिक प्रतिष्ठापरक होते हैं। पार्टी सभी नगर निगमों के साथ ही बड़ी नगर पालिका परिषदों में योगी की जनसभाएं कराएगी। नगर निगमों में योगी रोड शो भी करेंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक और राज्य सरकार के मंत्री भी चुनावी जनसभाओं के जरिये निकायों को मथेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और पार्टी के प्रदेश व केंद्र के पदाधिकारी भी चुनावी मंचों से विरोधियों पर गरजेंगे। केंद्रीय मंत्रियों की भी जनसभाएं कराने की योजना है। निकाय चुनाव के साथ ही कर्नाटक विधान सभा चुनाव भी होने हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक के तौर पर योगी कर्नाटक में भी चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। कर्नाटक में होने वाली उनकी रैलियों को ध्यान में रखते हुए निकाय चुनाव में उनकी जनसभाओं का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। चुनाव प्रचार को गति देने के लिए पार्टी 10 प्रचार रथ तैयार करा रही है।

पार्टी ने निकाय चुनाव के लिए प्रचार सामग्री तैयार करा ली है जिन्हें जिलों में भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। इनके लिए नौ वाहनों का इंतजाम किया गया है। भाजपा बेहतर कानून व्यवस्था और मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों, विशेष तौर पर नगरीय क्षेत्र के विकास के लिए कराये गए कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएगी। निकाय चुनाव की मानिटरिंग के लिए भाजपा प्रदेश मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। निकाय चुनाव में भाजपा के मोर्चे उसके प्रचार अभियान की धार को पैना करेंगे।

युवा मोर्चा नव मतदाता सम्मेलनों के जरिये नए मतदाताओं को पार्टी के पक्ष में करने के लिए मशक्कत कर रहा है। महिला मोर्चा आधी आबादी को पार्टी से जोडऩे की मुहिम में जुटा है। वहीं अनुसूचित जाति मोर्चा और पिछड़ा वर्ग मोर्चा दलितों और पिछड़ों के बीच इन वर्गों के लिए मोदी-योगी सरकारों की ओर से संचालित योजनाओं की उपलब्धियों की चर्चा कर उनके बीच पार्टी की पैठ बनाएंगे। किसान मोर्चा नवगठित और विस्तार पाने वाले निकायों में किसानों के सम्मेलन आयोजित कर पार्टी को मजबूती देने में जुटा है।

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