सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर अबतक 900 चलान
दिल्लीः देश भर में 1 जुलाई 2022 से लागू किए गए सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध के असर की बात अगर उत्तराखंड की राजधानी में की जाए तो निराशा हाथ लग सकती है. देहरादून में प्रशासन की नगर इकाइयों द्वारा रोजाना चालान भी काटे जा रहे हैं, बावजूद इसके लोग अब भी बैन हो चुकी प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. दून में करीब दो महीने में अब तक 900 से ज्यादा चालान काटे जा चुके हैं और ढाई लाख रुपये से ज्यादा जुर्माना वसूला गया है, लेकिन प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल परेशानी का सबब बना हुआ है.
अपर नगर आयुक्त जगदीश लाल ने बताया कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद 1 जुलाई से देहरादून में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 1 जुलाई से ही सख्ती के साथ प्लास्टिक के खिलाफ इस अभियान के तहत जो लोग प्रतिबंधित पॉलीथिन आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है. नगर आयुक्त ने बताया कि 1 जुलाई से 23 अगस्त तक 931 चालान किए गए, जिसमें 2,57,850 रुपये का जुर्माना वसूला गया है.
लोगों को समझा रहे हैं कई एक्सपर्ट
लाल के मुताबिक़ यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक देहरादून प्लास्टिक मुक्त न हो जाए. उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित प्लास्टिक पकड़े जाने पर 500 रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है. समाजसेवी अजय सिंघल का कहना है कि सरकार और गैर सरकारी संगठन लगातार लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. जनता को भी अपनी जिम्मेदारी पर्यावरण और समाज के प्रति समझते हुए इस अभियान में अपना योगदान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हाल में नैनीताल हाईकोर्ट ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है कि 2018 से अब तक प्लास्टिक के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है.
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गौरतलब है कि प्लास्टिक सेहत के लिए हानिकारक है, यह बात हम दशकों से सुनते आ रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके हमारी दिनचर्या में हम प्लास्टिक की वस्तुओं का ही इस्तेमाल करते आए हैं. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, खिलौने, फूड पैकेजिंग और डेली यूज के सामानों के साथ हम मानों प्लास्टिक से घिर गए हैं.आज हम ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां किसी न किसी रूप में हम न चाहते हुए भी प्लास्टिक का प्रयोग करने पर मजबूर हैं.