टीबी रोगियों की शिनाख्त को प्रशिक्षित होंगे सीएचओ
हमीरपुर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब जनपद के स्वास्थ्य उपकेंद्रों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को टीबी के विरुद्ध शुरू हुए अभियान में भी लगाया जाएगा। सीएचओ को अब गांव स्तर पर ऐसे मरीजों को चिन्हित करना होगा, जिनमें टीबी के शुरुआती लक्षण हैं।
ताकि ऐसे मरीजों को समय से उपचारित किया जा सके। इसके लिए 22 व 23 अगस्त को टीबी सभागार में समस्त 81 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके रावत ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का अभियान शुरू किया है।
इसी के मद्देनजर टीबी रोगियों के समुचित उपचार और उनके पोषण पर काम किया जा रहा है। इसके लिए टीबी रोगियों को प्रतिमाह निक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपए की धनराशि उनके खाते में भेजी जाती है।
जमीनी स्तर पर टीबी रोगियों को खोजने और उन्हें समय से उपचारित करने के उद्देश्य से जनपद के स्वास्थ्य उपकेंद्रों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है ताकि समय से टीबी रोगियों की पहचान कर उन्हें उपचारित किया जा सके।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. महेशचंद्रा ने बताया कि जनपद के सभी 81 सीएचओ का आगामी 22 व 23 अगस्त को टीबी सभागार में प्रशिक्षण होगा। इस प्रशिक्षण में सीएचओ को टीबी रोगियों की पहचान कैसे करनी है और उनके उपचार की किस तरह निगरानी की जानी है, इसके विषय में जानकारी दी जाएगी।