आज से होने जा रही कांवड़ यात्रा की शुरुआत, ये हैं तैयारियां, पाबंदियां
दिल्लीः उत्तर प्रदेश की तर्ज़ पर उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा के रास्ते में शराब और मांस की दुकानें बंद रहेंगी. कांवड़ लेकर देवभूमि आने वाले शिवभक्तों के हथियार लाने पर मनाही रहेगी. इसके साथ ही यात्रा के चप्पे चप्पे पर नज़र और व्यवस्था के लिए हज़ारों जवानों की फोर्स तैनात की जा रही है. गुरु पूर्णिमा के एक दिन बाद सावन माह शुरू होते ही 14 जुलाई से औपचारिक तौर पर शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तमाम इंतजामों के निर्देश जारी करते हुए अनुमान दिया कि इस बार 5 से 6 करोड़ कांवड़िए भी राज्य में पहुंच सकते हैं.
सीएम धामी के बयान के मुताबिक कोरोना काल के दो साल बाद हो रही कांवड़ यात्रा के लिए राज्य ने करीब 6 करोड़ श्रद्धालुओं के हिसाब से व्यवस्थाएं की हैं. इधर, पुलिस के आला अफसरों के अनुसार करीब 10 हजार पुलिस जवानों, 11 एडिशनल एसपी के साथ 38 सर्किल ऑफिसरों और करीब 5 कम्पनी ATS के ज़िम्मे रहेंगी. कांवड़ क्षेत्र में करीब 400 सीसीटीवी कैमरों से नज़र रखी जाएगी और हर सर्किल में ड्रोन कैमरे से भी पुलिस मॉनिटरिंग करेगी.
रजिस्ट्रेशन, रूट और बाकी सुविधाएं
यात्रा के दौरान रुड़की, हरिद्वार और ऋषिकेश को जाने वाला करीब 60 किमी के हाईवे से जाने वाले वाहनों का रूट डायवर्ट किया जाएगा. पुलिस ने इस समय कांवड़ यात्रा में आने वाले शिव भक्तो के लिए एक ऐप तैयार किया है, जिसमें रजिस्ट्रेशन करने से कांवड़ियों को कई प्रकार की सुविधाएं मिल सकेंगी. रूट प्लान से लेकर गाड़ियों की पार्किंग सुविधाओं के बारे में भी इस ऐप में जानकारी है. कांवड़ियों से स्वेच्छा से रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की गई है ताकि आपात स्थिति में उन्हें ट्रैक किया जा सके.