नैनीताल में लगभग 1,38,646 लोगों में से केवल 65,484 लोगों को ही लग पाई है बूस्टर डोज

दिल्ली:

भारत में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पिछले साल जनवरी से टीकाकरण का महाअभियान शुरू किया गया था. उत्तराखंड के नैनीताल जिले में 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन की पहली डोज 100 प्रतिशत लग चुकी है. दूसरी वैक्सीनेशन डोज लगभग 2000 लोगों को नहीं लग पाई है, तो वहीं बूस्टर डोज (Covid-19 Booster Dose) के लिए चुने गए लोगों में भी नैनीताल जिले के करीब आधे से ज्यादा लोगों को वैक्सीन नहीं लग सकी है.

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 18 साल से ऊपर के 7,77,984 लोगों को वैक्सीनेशन लगनी थी, जिनमें से सभी को फर्स्ट वैक्सीनेशन डोज लगाई जा चुकी हैं. वहीं 7,75,125 लोगों को टीके की दूसरी डोज लग चुकी है. 15 से 17 साल के युवाओं में 61,727 का लक्ष्य था, जिनमें 53,054 को पहली और 41,318 को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है.

नैनीताल में 12 से 14 साल के 38,527 बच्चों में से सभी को पहली डोज लगाई जा चुकी है और 25,539 को अब तक दूसरी डोज लगी है. बूस्टर डोज की बात की जाए, तो लगभग 1,38,646 लोगों को यह डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से कुल 65,484 लोगों को यह डोज लगी है.

नैनीताल की सीएमओ भागीरथी जोशी ने बताया कि अब तक कुल 48 फीसदी 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग, फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज लगी है. लगभग 50 फीसदी से भी ज्यादा लोगों को यह डोज नहीं लग पाई है. उनका कहना है कि वैक्सीनेशन सेंटर्स पर वर्तमान में भी यह डोज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और लगाई भी जा रही है.

हालांकि लोग ही यह डोज लगवाने से कतरा रहे हैं, क्योंकि कोरोना का डर भी थोड़ा सा कम हो गया है, इसलिए कॉल करने बावजूद भी लोग बूस्टर डोज लगवाने नहीं आ रहे हैं. कुछ जगहों पर घर-घर जाकर भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बुजुर्गों को यह डोज लगाई गई है. वर्तमान में नैनीताल के डीएसबी मैदान में बूस्टर डोज लगाई जा रही है.

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker