अक्टूबर तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे बोरिस जॉनसन
दिल्लीः ब्रिटेन में इन दिनों सियासी हलचल मचा है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को कहा कि किसी उम्मीदवार को अपना समर्थन देकर उनकी संभावना को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते. जॉनसन का शायद ही मतलब रहा हो कि उनके द्वारा किसी उम्मीदवार की पैरवी का मतलब है कि अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना.
वेस्टमिनिस्टर में तब संदेह की स्थिति पैदा हो गई, जब सार्वजनिक और निजी तौर पर ये बातें कही गई. जॉनसन से ये उम्मीद कतई नहीं की जा रही है कि वो 5 सितंबर को कन्ज़रवेटिव पार्टी के नए नेता और प्रधानमंत्री की घोषणा से पहले हो रही उम्मीदवारों की टक्कर के मूक दर्शक बने रहेंगे.
अब तक घोषित उम्मीदवारों में विदेश सचिव लिज़ ट्रूस को जबरदस्त समर्थन मिलने की संभावना है, क्योंकि उन्होंने पिछले उथल-पुथल भरे महीनों में जॉनसन का दृढ़ता के साथ समर्थन किया. हालांकि, इसमें भी एक पेंच है. उनकी मंशा लिज़ को समर्थन करने से ज्यादा ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी से बाहर रखना है. बोरिस जॉनसन के कार्यालय से ऐसा ही संकेत मिले हैं.
जिस दिन सुनक ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणी थी, उसी दिन जॉनसन के कार्यालय से एक बयान जारी किया गया. इसमें मीडिया से कहा गया कि सुनक एक विश्वासघाती हैं. इसके अलावा फाइनेंशियल टाइम्स में भी जॉनसन कैबिनेट के एक वरिष्ठ मंत्री ने ऋषि सुनक के लिए विश्वासघात शब्द का इस्तेमाल किया था.
बोरिस जॉनसन के कार्यालय का कहना है कि जॉनसन ने चांसलर के अपने कार्यकाल के दौरान सुनक का पूरा समर्थन किया. उसके बाद भी उन्होंनें पीठ में छुरा घोंपा है.