विद्यालय की छात्राओं ने स्कूल कर्मचारियों पर शोषण का आरोप लगाते हुए स्कूल जाने से किया मना
उरई/जलौन,संवाददाता। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय गूढ़ा की छात्राओं ने विद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों पर शोषण का आरोप लगाया है। अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालय कर्मचारियों के शोषण के चलते छात्राएं विद्यालय जाने से इनकार कर रही हैं।
अभिभावकों ने मामले की जांच कराने की मांग डीएम से की है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय गूढ़ा न्यामतपुर में संचालित किया जा रहा है। विद्यालय की कक्षा सात और आठ की छात्राओं रेशमा, संध्या और मोहनी ने मुख्य रसोइया गुड्डी देवी, विद्यालय की कर्मचारियों प्रीति, वंदना, सावित्री पर आरोप लगाया कि ये जबरन झाड़ू, पानी और बर्तन धोने पर मजबूर करती हैं।
न करने पर मारपीट करती हैं। वार्डन से शिकायत करने पर छात्राओं को डांट डपट कर चुप करा दिया जाता है। विद्यालय में अवकाश होने के बाद घर पहुंचने पर छात्राओं ने अभिभावकों को अपने साथ विद्यालय में हो रहे व्यवहार की बारे में बताकर दोबारा स्कूल जाने से मना कर दिया।
अभिभावक सुरेशचंद्र और ज्ञान सिंह ने बताया कि विद्यालय के कर्मचारियों के गलत बर्ताव के कारण उनकी बेटियां स्कूल जाने से मना कर रहीं हैं। अभिभावकों ने जिलाधिकारी से विद्यालय के मामले की गोपनीय जांच कराने की मांग की है। स्कूल की वार्डन साधना निरंजन ने छात्राओं के आरोप को गलत बताया।
कहा कि छात्राएं पढ़ाई में रुचि नहीं लेती हैं। स्कूल आने से बचने व बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रही हैं। खंड शिक्षा अधिकारी अमर सिंह ने बताया कि उन्हें इस बाबत जानकारी नहीं है। वह पता लगाएंगे, यदि ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।