डीएम अनुराग हुये कठोर : जब देखी राजस्व वसूली काफी कमजोर !
, बांदा। जिले में राजस्व वसूली की गति रेंग रही है। इससे विकास योजनाओं पर बांदा ही नहीं प्रदेश स्तर पर असर है। हाँ इतना जरूर है की जो वसूली हो रही है वह भ्रष्टाचार रूपी सुविधा शुल्क की है, जो जिले में रिकार्ड बनाने की ओर है!
इस संबंध में डीएम अनुराग “नाराज” हैं। उन्होने राजस्व वसूली तेज करने के साथ ही भ्रष्टाचार पर चाबुक कसी हैं।
आपको बता दें की राजस्व वसूली लक्ष्य के मुताबिक कमजोर होने पर डीएम अनुराग पटेल नें नाराजगी भरी चेतावनी दी है।उन्होने माह अगस्त की कर-करेत्तर एवं राजस्व की मासिक रिपोर्ट को जब देखा तो वह “आह” से कर उठे।
व्यापार कर, परिवहन विभाग, विद्युत विभाग, खनिज विभाग में राजस्व की वूसली माह अगस्त के लक्ष्य के सापेक्ष कम पाई। डीएम का मूड उखड़ गया।
लक्ष्य की पूर्ति हेतु कार्ययोजना बनाकर वूसली शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराने की योजना बनाई । परिवहन विभाग से प्रतिदिन प्रर्वतन एवं अभियान चलाकर राजस्व वूसली करायेगे।
विद्युत विभाग में 2273 लाख की के सापेक्ष 1635 लाख की वूसली है। एक्सन प्लान तैयार कर राजस्व वसूली होगी।
1 लाख से अधिक बकायेदारों को आरसीजारी की जायेगी। उप खण्ड अधिकारी अपने-अपने उपजिलाधिकारियों से समन्व्य स्थापित कर वूसली करेंगे।
आबकारी विभाग में 2086 लाख के सापेक्ष 1923 लाख की राजस्व वसूली पाई गयी।
डीएम नें अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट केशवनाथ गुप्ता,उपजिलाधिकारी सदर सुधीर कुमार, डिप्टी कलेक्टर महेन्द्र प्रताप,सभी उप जिलाधिकारी , तहसीलदार, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड, आदि सम्बन्धित अधिकारीगणों से कहा है की राजस्व वसूली बढ़ाएं और भ्रष्टाचार पर वार करें। इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी!