तहसीलदार के खिलाफ किसानों ने सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया

बाँदा। उप्र सरकार सबका साथ सबके विकास के नारे को भले ही बुलन्द कर रही हो, लेकिन योगी जी के बैठे हुये जनपद मे नुमाईन्दे कुछ अलग ही गुल खिलाने मे लगे हुये है।

अपने जाति, रिश्तेदारो को अनुचित लाभ पहुंचाने की गरज से अनैतिक कृत्य करने से यह अधिकारी नही चूक रहे है।

यह आरोप नरैनी तहसील के पल्हरी गाँव के किसानों ने  तहसीलदार सुशील सिंह के ऊपर लगाये है और ग्राम पंचायत की जमीन में अवैध कब्जा हटाने के लिए अपने खेतों के बीच ही सत्याग्रह कर दिया है।

ग्रामीणों का आरोप है कि गाँव का दबंग भूमाफिया रघुराज सिंह ने ग्राम सभा की जमीनों में अवैध कब्जा कर तार से घिरवा कर अपने कब्जे में कर लिया है जिससे किसानो का अपने खेतों तक पहुंचने का मार्ग बंद हो गया। इसी कारण से किसानों की 200 बीघा जमीन बंजर पड़ी है।

बताते चलें कि गाटा सँख्या 108 नहर नाली मे दर्ज है तथा इसी नाली से किसानों के खेतो की फसल के लिए पानी इसी नाली के द्वारा जाता है लेकिन गांव का ही दबंग  किसान तहसीलदार का रिश्तेदार उक्त सरकारी नाली मे जबरन तहसीलदार के सहयोग से कब्जा कर अन्य किसानों के खेतो तक पानी नही पहुंचने दे रहा है।

उपरोक्त गाटा सँख्या की पुलिस बल द्वारा पैमाइश भी करवाई गयी लेकिन उपरोक्त दबँग रघुराज सिंह से कब्जा हटवाने मे प्रशासन भी नाकाम रहा तथा पैमाइश की रिपोर्ट को भी तहसीलदार द्वारा बदलवा दिया गया यह गंभीर आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।

ग्रामीणों अनशन प्रारंभ करने से पहले जिला अधिकारी बांदा को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग कर चुके हैं साथ रजिस्ट्रर्ड पत्र  भेजकर जिले के आला अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई है।

किंतु उचित कार्यवाही नहीं होने पर किसान पल्हरी ग्राम में तंबूतान कर तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अनशन पर बैठ गए।

अनशन में बैठे दिलीप सिंह का कहना है कि सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है इसीलिए अधिकारी किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते है। जिसका फायदा दबंग उठा रहे हैं।

सर्वेन्द्र सिंह ने कहा कि नरैनी तहसीलदार जातिवाद में उतारू हो गये हैं।वही अनशनकारी कमल सिंह ने कहा जब्त तक दबंगो का अवैध कब्जा नही हटाया जाता तब तक किसानो का अन्दोलन जारी रहेगा।

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