अफगानी राष्ट्रपति आज दे सकते हैं इस्तीफा , काबुल के मुहाने तक पहुंचा तालिबान
दिल्ली: अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी इस्तीफा दे सकते हैं। काबुल में सूत्रों का कहना है कि सरकार आज इसकी घोषणा कर सकती है। हालांकि कल देर रात तक राष्ट्रपति से जुड़े सूत्रों का कहना था कि गनी अंतिम समय तक राष्ट्रपति रहेंगे। इस समय तालिबान और अफगान बलों के बीच मैदान शहर में गवर्नर कंपाउंड के पास भीषण लड़ाई चल रही है। मैदान शहर को काबुल का गेटवे भी कहा जाता है। शनिवार सुबह तालिबानियों ने पक्तिया प्रांत की राजधानी शरना को भी कब्जे में ले लिया। इसके बाद तालिबान काबुल से महज एक घंटे की दूरी पर रह गया था।
पक्तिया तालिबानियों के कब्जे में जाने वाला 19वां प्रांत है। पिछले 7 दिन में तालिबान ने 18 प्रांतों पर कब्जा किया है। तालिबान प्रवक्ता के मुताबिक यहां भीषण लड़ाई के बाद कब्जा हुआ है। यहां पर भारी हथियार बरामद किए गए हैं। कंधार के गवर्नर रुहउल्लाह खानजाद ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। तालिबान ने कंधार के रेडियो और सरकारी टीवी का नाम शरिया रेडियो कर दिया है। सरकारी दफ्तरों पर तालिबानी काबिज हो गए हैं।
तालिबान अब काबुल एयरपोर्ट के बेहद करीब आ गया है, ऐसे में आशंका है कि तालिबानी यहां हमला कर सकते हैं। दो दिन पहले तक कयास लगाए जा रहे थे कि तालिबान को काबुल पहुंचने में 90 दिन लगेंगे। एक दिन बाद तालिबान काबुल से 30 दिन की दूरी पर आ गया और अब काबुल पर कब्जा करने के करीब है। इस बीच, अमेरिका का पहला सैन्य दल काबुल पहुंच गया है। तालिबान से निपटने में अफगान सैनिक बुरी तरह नाकाम रहे हैं। कई प्रांतों में सैनिकों ने बिना लड़े ही तालिबान के सामने हथियार डाल दिए। तालिबान की रफ्तार को देखते हुए अमेरिकी सरकार ने अपने नागरिकों को काबुल से निकालने के लिए सैन्य दल भेजा है।