अफगानिस्तान में चलेगी तालिबान की हुकूमत
अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान को हिस्सेदारी मिल सकती है। तालिबान से शांति वार्ता के दौरान अफगान सरकार के मध्यस्थों ने उसे यह प्रस्ताव दिया है।
अफगान सरकार की ओर से हिंसा रोकने की एवज में सत्ता में भागीदारी का प्रस्ताव दिया गया है। कतर में तालिबान के साथ हुई मीटिंग के दौरान अफगानिस्तान की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया।
न्यूज एजेंसी एएफपी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सूत्र ने कहा, ‘हां, सरकार ने कतर को यह प्रस्ताव दिया है, जो तालिबान से वार्ता में मध्यस्थ के रोल में है।
प्रस्ताव के तहत तालिबान को ऑफर दिया गया है कि यदि वह हिंसा रोकता है तो उसे सरकार में हिस्सेदारी दी जा सकती है।’
तालिबान ने अफगानिस्तान के उत्तरी और पश्चिम हिस्से में कब्जा जमा लिया है। अब वह दक्षिण की ओर बढ़ रहा है।
तालिबान को अफगानिस्तान सरकार की ओर से कई बार बातचीत का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उसने इससे इनकार कर दिया था। तालिबान का कहना था कि कोई भी बातचीत तभी की जा सकती है, जब राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने पद से हट जाएं।
इसी साल मई में वॉशिंगटन की ओर से अमेरिकी सेनाओं की वापसी का ऐलान किया गया था। इसके बाद से ही अफगानिस्तान में नाटकीय ढंग से हिंसा बढ़ गई थी।