फूलों की घाटी में बारिश से भारी नुकसान
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी क्षेत्र में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। इस वजह से वन विभाग ने सोमवार को यात्रा स्थगित कर दी। 130 से अधिक यात्रियों को घांगरिया व आसपास के इलाकों में रोक दिया गया।
रविवार रात को हुई भारी बारिश से नदियां उफान पर आ गई और भूस्खलन से जगह जगह रास्ते अवरुद्ध हो गए। बामण धौड में एक पुलिया भी बह गई। जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग ने पर्यटकों को सोमवार को फूलों की घाटी में नहीं जाने दिया।
130 से अधिक यात्रियों को घांगरिया व आसपास के इलाकों में ही रोक दिया गया है। यात्रियों ने बताया कि भारी बारिश की वजह से जगह जगह पहाडियां दरक रही हैं। फूलों की घाटी के शीर्ष में कुंठ खाल से तेज बहाव के साथ पानी आने से काफी नुकसान हुआ है।
हालांकि फूलों की घाटी के रेंज ऑफीसर वृजमोहन भारती ने बताया कि बाढ़ की स्थिति के बावजूद फूलों की घाटी सुरक्षित है और फूल वाले स्थानों पर नुकसान नहीं हुआ है।
उन्होंने स्वीकार किया कि घाटी तक के कई पहुंच मार्ग कहीं बह गए हैं तो कहीं क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बामण धौड में एक पुलिया टूटी है। पेरा में भी रास्ता क्षतिग्रस्त हुआ है। वन विभाग की टीम रास्तों को ठीक करने के लिए रवाना हो गई है। यदि आगे मौसम साफ रहा तो मंगलवार 10 अगस्त से यात्रा फिर खोल दी जाएगी।