पानी संकट से मुक्त हो रहा बुंदेलखंड
बांदा,संवाददाता। पानी के संकट के लिए पहचाने जाने वाले बुंदेलखंड को प्रधानमंत्री ने हर घर नल योजना की सौगात देकर श्राप मुक्त कर दिया है। बुंदेलखंड की लगभग 20 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। यह बात केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि जल जीवन का मूल आधार है।
जल जीवन को बचाने का दायित्व सभी का है। पूरे देश में 70 वर्ष में 17 प्रतिशत घरों को पीने का पानी पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 करोड़ घरों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2022 तक बुंदेलखंड में पीने का पानी पहुंचाने का काम योगी सरकार करेगी। 1340 करोड़ की लागत से 156 एमएलडी पानी शोषित कर 374 गांव में हर घर नल से पानी पहुंचाया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो वर्षों में परियोजना पूरी हो जाएगी। मध्य गंगा परियोजना, अर्जुन सागर बांध परियोजना एवं सरयू परियोजना से 33 लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। इसमें 20 लाख हेक्टेयर जमीन बुंदेलखंड की सिंचित होगी।
इस क्षेत्र से पानी का संकट हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा। कहा कि पानी की गुणवत्ता को परखने के लिए प्रत्येक गांव में पांच महिलाओं को रखा जाएगा। उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। कहा कि वर्षा के जल को संरक्षित करने के लिए पूरे प्रदेश में 25 करोड़ पौध लगाए जा रहे हैं।
हेलीकाप्टर से पहुंचे मंत्री ने किटहाई ग्राम समूह पेयजल परियोजना का प्रोजेक्टर के माध्यम से निरीक्षण किया। अशोक और पीपल के पौधे लगाए। इस मौके पर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह ने कहा कि हर घर जल, हर घर नल के तहत पेयजल परियोजना बुंदेलखंड की जनता के खुशहाली का मार्ग प्रशस्त करेगी।
इस मौके पर सांसद आरके सिंह पटेल, बबेरू विधायक चंद्रपाल कुशवाहा, तिंदवारी विधायक बृजेश प्रजापति, नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष रामकेश निषाद, इंद्रपाल राजपूत, विजय विक्रम सिंह, अजय सिंह, बबेरू चेयरमैन विजय पाल सिंह, भाजपा जिला महामंत्री विवेकानंद गुप्ता आदि उपस्थित रहे।