समाज सेविका शालिनी पटेल ने आधा सैकड़ा महिला पुरुष के साथ जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
बाँदा। पूरा मामला ग्राम पथरिया खदान मजरा हटेटी पुरवा थाना कोतवाली नगर का है। जहां के रहने वाले ग्रामीणों के मकानों को 17 तारीख को एकाएक बुलडोजर से धावा बोलकर तहसीलदार बांदा व चकबंदी लेखपाल व हल्का लेखपाल कानूनगो ग्राम प्रधान पुलिस फोर्स को लेकर बिना नोटिस सूचना के मकानों को ध्वस्त करा दिया गया।
बताया हमारे खाने पीने का गृहस्ती का सामान नष्ट कर दिया। तब से हम अपने मासूमों के साथ ठंड और गर्मी बरसात में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। ऐसा अत्याचार आज तक किसी भी शासनकाल में नहीं हुआ 40 से 50 लोगों की उक्त बस्ती है 20 से 25 वर्षों से मौजा हटेटी पुरवा में काबिज हैं।
मामला जिला अदालतों से लेकर माननीय उच्च न्यायालय तक विचाराधीन होने के बाद भी यह घटना की गई प्रार्थी ने बस्ती के ध्वस्त करने की घटना की सूचना नीचे से लेकर ऊपर तक सभी अधिकारियों को की थी।
उप जिला अधिकारी मजिस्ट्रेट व तहसील द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जब तक सभी लोगों को आवासी भूमि उपलब्ध नहीं कराई जाएगी तब तक उक्त स्थान से हटाया नहीं जाएगा।
वही समाज सेविका शालिनी पटेल ने बताया 23 तारीख से बराबर यह अनशन पर बैठे हैं किसी प्रकार का कोई अधिकारी वह मदद नहीं की गई। जिलाधकारी द्वारा दिये गए शिकायत पत्र द्वारा कहा गया है कि 3 दिन में अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे, जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन खुद होगा।