विकास की राह देख रहा सिड़रा गांव
हमीरपुर। मुख्यालय से लगा सिड़रा गांव अपने बदहाली के आंसू बहा रहा है। वहां पर लोग कीचड़ युक्त रास्तो से निकलने को मजबूर है। नालियां न बनी होने से घरो का गंदा पानी रास्तो में बह रहा है। और गड्डा युक्त रास्तो में जल भराव हो जाता है।
जिससे लोगो को उसी कीचड़युक्त रास्तो से निकलने को मजबूर हो जाते है। रास्तो में जलभराव होने से लोगो को जीना दुश्वार हो गया है। लोग घरो से निकलने को मजबूर है। सबसे ज्यादा समस्या बच्चो व बूढ़ो को होती है।
समाजसेवी भानू निषाद ने बताया कि यहां पर नालियां न होने से ग्रामीणों को कीचड़ युक्त रास्तो से निकलना पड़ता है। जिससे लोगो को परेशानी होती है। कीचड़ व गंदगी होने से बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। जिससे लोगो में भय व्याप्त हो गया है।
सिड़रा गांव में बदहाली के आंसू बहा रहा है। गली गली में कीचड़ व जलभराव होने से लोग परेशान है। लेकिन इस बावजूद हर गली में पानी बह रहा है। गांव में सबसे बड़ी समस्या टूटी सड़को की है। सड़के तो पहले से ही टूटी व जर्जर थी। लेकिन मरम्मत न किये जाने के कारण बद से बदत्तर होती जा रही है।
इन सड़को पर गड्डे हो गये है। जिससे बूढ़े व बच्चे गिरकर अक्सर घायल हो जाते है। समाजसेवी भानू निषाद व ग्रामीणो ने मांग की है कि नालियां बनायी जाये, सफाई कर्मचारियों द्वारा कीचड़ की सफाई कराये जाये व सड़को की मरम्मत कराये जाये। जिससे लोगो को नरकीय जीवन से निजात मिल सके।