पहले कोरोना से, अब कर्फ्यू से टूटे व्यापारी
उरई/जलौन,संवाददाता। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू है। इसमें किराना व मेडिकल स्टोर के अलावा अन्य सभी दुकानें पूरी तरह से बंद हैं। जनरल स्टोर, रेडिमेड वस्त्र, साड़ी, होटल आदि सभी बंद होने से दुकानदारों की कमर टूटने लगी है।
उनका धैर्य भी जवाब देने लगा है। ऐसे में दुकानदार बाजार में खड़े होकर ग्राहक तलाशते नजर आते हैं। अब दुकानदारों को घर खर्च के लिए कर्ज लेने की नौबत आ पड़ी है।
दुकानदार चंद्रशेखर विश्वकर्मा, महेश गुप्ता, पूरन विश्वकर्मा, राजाभइया आदि ने बताया कि दुकानें बंद होने से जमा पूंजी खर्च हो गई है। भले ही कोरोना कर्फ्यू है पर घर खर्च चालू है। किराना, मेडिकल स्टोर, फल सब्जी और शराब के ठेकों के संचालकों को तो कोई दिक्कत नहीं है पर अन्य सामग्री बेचने वाले दुकानदार खाली हैं।
आमदनी न होने और खर्च बराबर चालू रहने से अब परिवार को पालने में दिक्कत होने लगी है। जिस प्रकार सरकार ने किराना, फल, सब्जी और शराब की दुकानों को खोलने के लिए समय निर्धारित किया है। उसी प्रकार अन्य सामग्री की दुकानें खोलने का भी समय निर्धारित कर दिया जाए तो व्यापारियों को दिक्कत नहीं होगी।