आश्वासन के बाद भी नहीं बना रोड, की नारेबाजी
उरई/जलौन,संवाददाता गोपालपुरा के मजरा कुरतला के ग्रामीणों की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। सरकारें आई और चली गई। नेताओं ने ग्रामीणों को रोड बनवाने का आश्वासन दिया। बावजूद इसके कुरतला तक रोड नहीं बनवाया गया।
परेशान ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ एक घंटे तक नारेबाजी की और चेतावनी दी कि आगामी विधानसभा चुनाव में किसी प्रत्याशी को गांव में प्रवेश नहीं देंगे। गोपालपुरा के मजरा कुरतला के ग्रामीण प्रमोद पाल, सुनील, नरेंद्र, पवन, विकास, महावीर सिंह, देशराज आदि ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ एक घंटे तक नारेबाजी की।
ग्रामीणों का आरोप है कि गोपालपुरा से कुरतला तक चार किमी तक कच्चा मार्ग होने से बरसात के मौसम में पानी भर जाता है। इस कारण ग्रामीण गोपालपुरा तक नहीं पहुंच पाते हैं। जबकि इसी रास्ते से रोरा मानपुरा, सर्र, अतरौली, अतरेहटी, छतारे का पुरा सहित 12 गांवों के ग्रामीणों का आवागमन है।
उक्त गांवों के ग्रामीणों का गोपालपुरा में बाजार करने, बैंक, इलाज आदि को लेकर रोजाना आवागमन रहता है। रोड न बनने से बरसात के मौसम में आवागमन बंद हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के दौरान सांसद, विधायक गांव आए रोड बनवाने का आश्वासन दिया।
पर जीतने के बाद कोई लौटकर नहीं आए। ग्रामीणों का कहना है बरसात के दौरान बीमार व्यक्ति को गोपालपुरा अस्पताल ले जाने के लिए परेशान होना पड़ता है।
कभी कभी मरीज को चारपाई में लादकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि आगामी चुनाव में चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।