रीट परीक्षा के आयोजन को हाईकोर्ट में चुनौती
महावीर जयंती के दिन रीट परीक्षा 2021 आयोजित करने के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। याचिका अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी व राजस्थान जैन सभा द्वारा की गई है। इस मामले की सुनवाई 25 मार्च को होगी।
याचिका में कहा गया है कि राजस्थान बोर्ड (आरबीएसई) 25 अप्रैल को रीट परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। लेकिन उस दिन महावीर जयंती है। महावीर जयंती के दिन जैन धर्मावलंबी जैन मंदिरों में पूजा अर्चना करते हैं। जैन धर्म को मानने वाले जो रीट अभ्यर्थी 25 अप्रैल को पूजा से वंचित रह जाएंगे। इससे उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है।
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से जैन समाज रीट परीक्षा तिथि पर आपत्ति जता रहा है। जैन संगठन का कहना है कि इस दिन परीक्षा होगी तो वे परीक्षा के केंद्र के लिए अपने स्कूल नहीं देंगे। राज्य में कई स्कूल चलाए जा रहे हैं। इन लोगों ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी दिया लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) के अध्यक्ष डॉ डीपी जरोली ने साफ कह दिया है कि रीट 2021 परीक्षा अपने तय समय 25 अप्रैल 2021 पर ही होगी। अभ्यर्थी किसी भी भ्रम की स्थिति में न रहें।
जरोली की ओर से कहा गया है कि 25 अप्रैल के अलावा कोई भी रविवार परीक्षा के लिए खाली नहीं है। सभी रविवार में किसी न किसी एजेंसी की परीक्षा निर्धारित है। ऐसे में रीट 2021 का आयोजन 25 अप्रैल 2021 को ही किया जाएगा। बोर्ड ने कोर्ट के आदेश के बाद पर लेवल वन के लिए भराए गए आवेदन की आखिरी तारीख 20 फरवरी तय की थी। इस परीक्षा के लिए अब तक 16.5 लाख से अधिक उम्मीदवार आवेदन कर चुके हैं। रीट के जरिए राज्य में 31000 शिक्षकों की भर्ती होनी है।
जानें रीट से जुड़े बदलावों के बारे में
– बीएसटीसी वाले ही शामिल होंगे। बीएड वाले शामिल नहीं। क्योंकि बीएड वालों को लेवल-1 का शिक्षक बनने के बाद 6 माह का ब्रिज कोर्स करना होता है। प्रदेश में इसकी कोई संस्था नहीं।
– पहले रीट के लिए स्नातक में 50% अंकों के साथ बीएड जरूरी था। अब बीएड के साथ स्नातक या पीजी में किसी भी एक में 50% अंक होने चाहिए।
– पहले भर्ती की मेरिट में लेवल-2 में रीट-आरटेट में अंकों का 70% व स्नातक के अंकों का 30% वेटेज जोड़कर मेरिट बनाई जाती थी। अब शिक्षक भर्ती में लेवल-2 में रीट-आरटेट के अंकों का 90% व स्नातक के अंकों का 10% वेटेज जोड़कर मेरिट बनाई जाएगी।
– पहले रीट में राजस्थान के जीके को प्राथमिकता नहीं थी। एनसीटीई के सिलेबस के आधार पर ही रीट का सिलेबस तय था। अब रीट में प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, कला संस्कृति, इतिहास से जुड़े सवाल होंगे।
– कॉमर्स स्ट्रीम से बीए करने वाले भी रीट दे सकेंगे। इन्हें रीट लेवल-2 में सोशल स्टडीज विषय में शामिल किया जाएगा।
पात्रता अंकों में 5 से 20 फीसदी तक की छूट
रीट में कई वर्गों को पात्रता अंकों में छूट दी गई है। आदेश के मुताबिक रीट आरक्षित वर्गों को पात्रता अंकों में 5 फीसदी से लेकर 20 फीसदी अंकों तक की रियायत मिलेगी। रीट में विभिन्न श्रेणियों के लिए न्यूनतम उत्तीर्णांक इस प्रकार निर्धारित किए गए हैं।
सामान्य / अनारक्षित – 60 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
अनुसूचित जनजाति (ST) – 55 (नॉन टीएसपी), 36 (टीएसपी)
अनुसूचित जाति (SC), ओबीसी, एमबीसी व आर्थिक कमजोर वर्ग – 55 अंक (नॉन टीएसपी व टीएसपी)
समस्त श्रेणी की विधवा और परित्यक्ता महिलाएं एवं भूतपूर्व सैनिक – 50 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
दिव्यांग – 40 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)
सहरिया जनजाति – 36 अंक (टीएसपी व नॉन टीएसपी)