दिवगंत कारोबारी स्वराज पॉल की याद में रखी गई प्रार्थना सभा

दिवंगत उद्योगपति स्वराज पॉल की याद में लंदन के चिड़ियाघर में प्रार्थना सभा रखी गई। इस चिड़िया घर को उन्होंने ही बचाया था। उनके बेटे आकाश पॉल ने उनकी ईमानदारी, सच्चाई और मेहनत को परिवार के लिए सबसे बड़ी विरासत बताया। बेटी की मौत के बाद दिवंगत स्वराज पॉल ने लंदन में कारोबार खड़ा किया था और शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जाने-माने अप्रवासी भारतीय कारोबारी लॉर्ड स्वराज पॉल का कुछ दिन पहले 94 साल की उम्र में लंदन में निधन हुआ। उनके बेटे आकाश पॉल ने कहा कि उनके पिता की सच्चाई, भरोसा और ईमानदारी की विरासत हमेशा उनके परिवार और उनके कारोबार ‘कैपैरो समूह’ का मार्गदर्शन करती रहेंगी। लंदन के चिड़ियाघर में एक प्रार्थना सभा रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यह वही चिड़ियाघर है जिसे लॉर्ड पॉल ने अपने पैसे से बंद होने से बचाया था। इसलिए उनकी याद में यह जगह चुनी गई। इस कार्यक्रम में उनके दोस्त, कारोबारी, नेता और समाज सेवा से जुड़े लोग शामिल हुए। प्रार्थना के दौरान वैदिक मंत्रों का पाठ किया गया।
कैपैरो समूह के निदेशक आकाश पॉल ने पीटीआई से कहा, पिता के लिए लोगों का इतना प्यार और सम्मान देखकर मैं भावुक हूं, शारीरित रूप से उत्साहित हूं और श्रद्धांजलि देने वालों की संख्या देखकर आश्चर्यकित हूं, लेकिन उनके (दिवंगत पिता) गुणों से हैरान नहीं हूं। आकाश ने कहा, मुझे पिता की महान आत्मा पर गर्व है। अब मैं मन से प्रेरित हूं कि उन्होंने जो ईमानदारी, मेहनत और अच्छे सिद्धांतों की मजबूत विरासत छोड़ी है, मैं उसे आगे बढ़ाता रहूं। सच्चाई, भरोसे और साफ दिल से काम करना ही उनकी सबसे बड़ी विरासत है, जो हमेशा हमारे साथ रहेगी।
आकाश ने बताया कि जब वह अपनी पत्नी के साथ आइसलैंड घूमने गए थे, तभी खबर मिली कि पिता उनसे और पोते से बात करना चाहते हैं। जब फोन कान पर लगाया गया, तो आकाश रो पड़े। उन्होंने कहा, मैंने पिता से कहा कि मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं और जल्दी मिलूंगा। लेकिन यही मेरी उनसे आखिरी बात थी। जैसे ही मैंने अपनी बात खत्म की, कुछ ही मिनट में उनके देखभाल करने वाले का फोन आया कि पिता ने मेरी आवाज सुनकर ही दुनिया को अलविदा कह दिया।
जुलाई 2024 में लॉर्ड पॉल ने आकाश को वूल्वरहैम्प्टन विश्वविद्यालय में सम्मानित किया था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि आकाश ने उनके कारोबार को भारत, यूरोप, अमेरिका और ब्रिटेन में आगे बढ़ाया है। आकाश ने कहा, मैं ए से लेकर जेड तक हर अक्षर का इस्तेमाल यह बताने के लिए इस्तेमाल कर सकता हूं कि वह उद्योग जगह के एक महान शख्स क्यों थे। इस प्रार्थना सभा में उनके भाई अंबर, बहन अंजली, उनके पोते-पोतियां, पड़पोते और परिवार के अन्य सदस्य भी शामिल हुए।
लॉर्ड स्वराज पॉल का जन्म पंजाब के जालंधर में हुआ था। उन्होंने अपनी बेटी अम्बिका की मौत के बाद लंदन आकर मेहनत से बहुत बड़ा कारोबार खड़ा किया। उन्होंने भारत और इंग्लैंड के संबंधों को भी मजबूत किया। बाद में उन्होंने अपनी बेटी, बेटे और पत्नी की याद में समाज सेवा का काम शुरू किया- जैसे बच्चों के लिए चिड़ियाघर, स्कूलों को मदद और कई दान कार्य। अपनी किताब में उन्होंने लिखा था, मैं बहुत बड़ा आदमी बनने का सपना नहीं देखता था। मैंने जो भी पाया, वो मेहनत से पाया। लेकिन अब मेरी एक ही ख्वाहिश है कि बच्चों का चिड़ियाघर दुनिया का सबसे अच्छा चिड़ियाघर बने।