भोजशाला का होगा ASI सर्वे, SC ने मुस्लिम पक्ष की अपील की खारिज

भोजशाला का सर्वे करने के हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे मुस्लिम पक्ष को फिर एक बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी मुस्लिम पक्ष की तुरंत सुनवाई की अपील खारिज कर दी है जिसके बाद अब आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के अधिकारी भोजशाला का सर्वे शुरू करेंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए यहां जुमे की नमाज को रोका जाएगा। 

सर्वे केलिए एएसआई अधिरकारियों की 15 सदस्यी टीम शुक्रवार सुबह पहुंची। वहीं मज़दूरों की भी मेटल डिडेक्टर से जांच के बाद एंट्री कराई गई जिसके बाद सर्वे का काम शुरू हो गया है। सर्वे की शुरुआत पर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन कहा, इंदौर हाई कोर्ट के सर्वेक्षण कराने के फैसले के अनुसार एएसआई ने अपना सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। मुस्लिम पक्ष इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

बता दें, सर्वे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एएसआई की टीम तकनीकी उपकरणों के साथ अंदर गई है। ऐसे में सुरक्षा के पुख्चा इंतजाम किए गए हैं। टीम में दिल्ली और भोपाल के एएसआई शामिल हैं। 

कब देनी होगी पहली रिपोर्ट

कोर्ट ने भोजशाला का सर्वे कराने के आदेश के साथ कहा है कि एएसआई को इसकी पहली रिपोर्ट 29 अप्रैल को देनी होगी। इस सर्वे के लिए पुलिस बल भी तैनात है।  बता दें, सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में हो रहा है। इसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हो रही है और आने वाली 29 अप्रैल को इसकी जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। धार में शुक्रवार को रमजान माह की जुमे की 1 बजे नमाज़ होनी है और सर्वे भी इसी दिन से शुरू हो रहा है, इस कारण विशेष एहतियात भी बरती जा रही है। जुमे की नमाज के लिए लोगों को भोजशाला में प्रवेश दिया गया है इस दौरान सर्वे के कार्य को रखा गया ।

रमजान को देखते हुए पुलिस ने शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए भोजशाला में एसपी,एएसपी,सीएसपी सहित तीन डीएसपी, आठ थाना प्रभारी सहित 200 पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर के हाई राइज भवनों पर भी पुलिस तैनात की गई है। शहर में 25 चौराहों पर पुलिस का फिक्स पॉइंट बनाया गया है। सर्वे के पहले मजदूर खुदाई के लिए उपयोगी सामग्री के साथ पहुंचे थे। इस दौरान मजदूरों को मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद प्रवेश दिया गया है। सभी के मोबाइल फोन बाहर रखवा लिए गए हैं। चार पुलिस मोबाइल भी लगातार भ्रमण कर रही है।

धार के शहर काजी वकार सादिक व जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के जुल्फिकार अहमद ने कहा कि वे हाई कोर्ट के निर्णय का सम्मान करेंगे। लेकिन सर्वे की हमें कोई सूचना नहीं दी गई है। एडवोकेट अजय बागड़िया का कहना है कि पक्षकार के बिना सर्वे को रोकने के लिए वह फिर हाईकोर्ट जाएंगे। भोजशाला सर्वे मामले में मुस्लिम पक्ष ने 16 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर कोर्ट ने 1 अप्रैल को सुनवाई के लिए तारीख दी थी। हालांकि, आज से सर्वे शुरू होने के कारण मुस्लिम पक्ष अर्जेंट हेयरिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। इस पर तत्काल सुनवाई की मांग करेगा। बता दे की मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसाइटी ने याचिका दाखिल की है। और धार में भोजशाला परिसर के ASI सर्वे के खिलाफ मुस्लिम पक्ष की याचिका तुरंत सुनने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है। 

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अपर महानिदेशक प्रो. आलोक त्रिपाठी ने पत्र में बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर वैज्ञानिक सर्वे को जीपीआर-जीपीएस तरीके से किया जाएगा। इसको लेकर एक टीम धार आएगी, पांच सदस्यों की टीम को भोजशाला में पुरातात्विक जांच के दौरान पर्याप्त सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं करवाने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की रहेगी। हाईकोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की 5 सदस्यीय कमेटी को भोजशाला के 50 मीटर के दायरे तक सर्वे करने के आदेश दिए हैं। सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में हो रहा है। इसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी हो रही है और आने वाली 29 अप्रैल को इसकी जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। 

एसपी मनोज कुमार सिंह के अनुसार हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद भोजशाला के सर्वे को लेकर एक टीम धार आई है। टीम को सुरक्षा प्रदान करना व तमाम व्यवस्थाएं बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी, जिसको लेकर ही निरीक्षण किया गया। सर्वे के दौरान पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा।इस क्षेत्र की निगरानी 60 कैमरों की मदद से की जा रही है। सर्वे टीम पहले चरण में दोपहर 12 बजे तक काम करेगी। जुमे की नमाज के लिए काम रोका जाएगा।

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