यूपी में बदलेगा मौसम का मिजाज, IMD ने बारिश को लेकर अलर्ट किया जारी

यूपी में सोमवार से मौसम बदल सकता है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्‍तर पश्चिम भरत के मैदानी इलाकों में 19 फरवरी से 21 फरवरी तक बारिश के आसार हैं। वेस्‍ट यूपी के कुछ इलाकों में तेज हवाएं, धूल भरी आंधियां, ओलावृष्टि का अलर्ट है। ताजनगरी में भी सोमवार से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। ऐसा मौसम अगले तीन या चार दिन तक रह सकता है। इससे तापमान में गिरावट आएगी।

मौसम विभाग के मुताबिक रविवार से बादलों की आमद शुरू हो गई है। अब सोमवार से बदलाव के आसार हैं। पहले दिन आसमान पर बादल छाए रहेंगे। दिन में एक या दो बार बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। जबकि मंगलवार को सुबह के समय बादल छाए रहेंगे। दोपहर या शाम के समय यह गहरा सकते हैं। तब आंधी और ओलावृष्टि के साथ बारिश हो सकती है। यह हल्की या मध्यम स्तर की हो सकती है। तीसरे दिन 24 घंटे में एक या दो बार तेज हवाओं के साथ बारिश होने के आसार हैं।

ताज महोत्सव पर भी खतरे के बादल

शहर का नामचीन ताज महोत्सव रविवार से शुरू हुआ है। शिल्पग्राम परिसर में सभी शिल्पी खुले में ही स्टाल (दुकानें) लगाए हैं। कई तरह के शिल्प, कपड़े, लकड़ियों के आयटम के साथ खानपान के स्टाल और झूले भी हैं। खुले मंच पर ही स्टार नाइट हो रही हैं। नामी-गिरामी कलाकार आ रहे है। सभी पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

फसलों और सब्जियों को नुकसान

बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से खेतों में खड़ी फसलों के साथ सब्जियों को बड़ा नुकसान हो सकता है। मुख्यत सरसों के साथ आलू और गेंहू का बड़ा खतरा है। सरसों के झड़ने और आलू के सड़ने की आशंका है। गेंहू भी लगभग पका खड़ा है। उसकी बालियां टूट सकती हैं। ऐसे में सब्जियों के दाम भी बढ़ सकते हैं।

30 डिग्री तक पहुंच गया तापमान

रविवार को सुबह से तेज धूप खिली। दोपहर को धूप में खड़ा होना मुश्किल हो गया। इससे तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ज्यादा होकर 29.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 91 दर्ज किया गया।

खुले में हो रहे आयोजनों पर संकट

शादी-विवाह का सीजन चल रहा है। अधिकतर आयोजन खुले आसमान के नीचे हैं। विशेषकर खानपान का प्रबंध यहीं होता है। बारिश के साथ ओले गिरे तो समारोह का मजा किरकिरा हो सकता है। ऐसे समारोहों को बंद स्थानों में शिफ्ट करना होगा। खुले में मवेशियों को बांधने पर भी उनकी जान को खतरा हो सकता है।

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