दिल्ली में बारिश के मौसम में इन बीमारियों का बढ़ा खतरा, प्रशासन ने अलर्ट किया जारी

दिल्ली सरकार ने बारिश के मौसम में डायरिया, पेचिश, दस्त और हैजा जैसी जल-जनित बीमारियों के बढ़ने का खतरा होने की चेतावनी देते हुए एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें अन्य उपायों के साथ-साथ घर में पका ताजा भोजन करने की सलाह शामिल है। इस एडवाइजरी में क्या करें और क्या न करें का विस्तार से उल्लेख किया गया है।

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की यह एडवाइजरी शुक्रवार को कई दैनिक समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुई है। इस एडवाइजरी में मॉनसून के मौसम में किए जाने और नहीं किए जाने वाले कामों के बारे में बताया गया है। जलजनित बीमारियां दूषित पानी, बर्फ या भोजन के कारण होती हैं।

एडवाइजरी में लोगों से घर में पका ताजा भोजन करने, व्यक्तिगत स्वच्छता को बनाए रखने, शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए ओआरएस घोल के प्रयोग तथा उल्टी, पीलिया या बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह करने को कहा गया है।

इसके साथ ही इस एडवाइजरी में लोगों से बाजार में बिकने वाले बिना पके भोजन जैसे कटे हुए फल नहीं खाने को कहा गया है। लोगों से खुले में पेशाब या शौच नहीं करने की भी सलाह दी गई है। अधिकारियों ने दिल्ली के कुछ भागों में आई बाढ़ को देखते हुए पूर्व में लोगों को जलजनित एवं मच्छर जनित रोगों से सावधान रहने की सलाह दी थी।

दिल्ली में खतरे के निशान से नीचे आई यमुना

दिल्ली राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह खतरे के निशान से नीचे गिर गया। केंद्रीय जल आयोग के ताजा अपडेट के अनुसार, शुक्रवार सुबह ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 205.25 मीटर दर्ज किया गया।
शुक्रवार को दर्ज किए गए स्तर में मंगलवार शाम 7 बजे 205.35 मीटर से और गिरावट दर्ज की गई।

पड़ोसी राज्य हरियाणा में ताजा बारिश के कारण सोमवार को नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है। 10 जुलाई को शाम 5 बजे नदी खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिससे राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी।

बाद के हालात और जलभराव की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार के बाद दिल्ली सरकार ने राजधानी में भारी वाहनों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध 19 जुलाई से हटा दिया था। 

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