गांव में होगी धामी कैबिनेट की बैठक, ग्राम पंचायतों में शुरू होगी मुख्यमंत्री चौपाल योजना

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने ग्राम पंचायतों में मुख्ममंत्री चौपाल योजना शुरू करने के निर्देश दिए हैं। ऐसी किसी चौपाल में खुद मुख्यमंत्री शामिल होंगे, जहां वो रात भी बिताएंगे। साथ ही किसी एक गांव में प्रदेश कैबिनेट की बैठक भी आयोजित की जाएगी। इस कैबिनेट में गांवों के विकास से संबंधित फैसले लिए जाएंगे।

सचिवालय में गुरुवार को पंचायतीराज विभाग की समीक्षा के दौरान धामी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के सुनियोजित विकास के लिए ‘मुख्यमंत्री चौपाल’ शुरू की जाएगी। वो खुद चौपाल के दौरान गांव में रात्रि विश्राम करेंगे। अन्य जगह भी जनप्रतिनिधि, अधिकारी चौपाल में शामिल होंगे।

प्रधानों को आपदा निधि धनराशि देने की मांग 
पंचायतीराज विभाग की समीक्षा के दौरान विभागीय मंत्री सतपाल महाराज ने सीएम के सामने प्रधानों को आपदा निधि से दस-दस हजार रुपए उपलब्ध कराने की मांग की है। महाराज ने दावा किया है कि सीएम ने इस पर सहमति जताई है। महाराज ने पंचायतों को मजबूत करने के लिए 29 विषयों से संबंधित विभागों को पंचायतों को सौंपने पर भी निर्णय लेने को कहा। कैबिनेट मंत्री ने जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा मुख्य विकास अधिकारी और क्षेत्र पंचायत प्रमुख द्वारा खंड विकास अधिकारी की वार्षिक चरित्र प्रविष्टि लिखे जाने का शासनादेश भी प्रभावी ढंग से लागू करने का प्रस्ताव रखा। साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत प्रमुख का प्रत्यक्ष निर्वाचन का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करा भारत सरकार को भेजने पर जोर दिया। पंचायत मंत्री ने पंचायत घरों के निर्माण के लिए 20 लाख के बजट उपलब्ध कराए जाने, पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय के लिए अलग बजट उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया।

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हर गांव का मास्टरप्लान बनाएं
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माणा में आयोजित कार्यक्रम में सीमाओं पर स्थित गांवों को अंतिम गांव की बजाय प्रथम गांव मानने को कहा था। इसी क्रम में सरकार भारत के प्रथम गांवों के लिए ‘मुख्यमंत्री प्रथम ग्राम समेकित विकास योजना’ शुरू करेगी। साथ ही प्रत्येक गांव में एक-एक पर्यावरण मित्र (स्वच्छता कर्मी) की तैनाती की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएगा। तब तक गांवों को आदर्श ग्राम बनाने के लिए प्रत्येक गांव का मास्टर प्लान तैयार किया जाए।

स्थापना दिवस उत्सव मनाया जाए
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि गांवों में कुछ खास विशेष दिवसों को चिह्नित कर उत्साह के साथ स्थापना दिवस उत्सव मनाया जाए। इसमें बाहर रहने वाले प्रवासियों और उच्चाधिकारियों को भी बुलाया जाए। इसके लिए ग्राम सभावार रोस्टर भी बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों के विकास के लिए किसी गांव में एक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसमें गांवों के विकास से संबंधित प्रस्ताव रखे जाएंगे।

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