अमेरिका की चेतावनी के बाद भी जापान के उपर से किया लगातार दो बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण

सियोल।  (North Korea Fires Ballistic Missile) उत्तर कोरिया, ईरान और रूस मौजूदा समय में ऐसे देश है जिस पर अमेरिका ने कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं। इन्हीं प्रतिबंधों के कारण इन देशों के साथ कोई भी व्यापारिक और सामरिक संबंध स्थापित नहीं करता हैं। चीन और रूस को छोड़कर उत्तर कोरिया के साथ अन्य देशों ने अपने व्यापारिक संबंधों को समाप्त किया हुआ हैं। अमेरिका ने कास्ता कानून लगाने के बाद भी उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य ताकत बढ़ाना कम नहीं किया। वह लगातार दक्षिण कोरिया और जापान को दहलाने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों का परिक्षण करता रहता हैं। साल 2022 में उत्तर कोरिया की तरफ से बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण दुगनी स्पीड से कर दिया गया है। उत्तर कोरिया की कई मिलाइले जापान और दक्षिण कोरिया के उपर से उड़कर भी जा रही हैं ऐसे में जापान और दक्षिण कोरिया की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ हैं। ऐसे में अमेरिका ने कड़े शब्दों में उत्तर कोरिया को धमकी दी है कि वह अपनी हरकतों से बाज आ जाए। उत्तर कोरिया की इस हरकत के बाद अमेरिका ने दक्षिण कोरिया और जापान में तैनात उसके सैनिकों की सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किए हैं। अमेरिका के इस कदम के बाद उत्तर कोरिया ने फिर से अमेरिका को निशाना बनाने के लिए निर्मित लंबी दूरी तक मार करने वाली एक संदिग्ध मिसाइल शुक्रवार को दागी। अमेरिका ने अपने सभी सैनिकों को तत्काल उत्तरी जापान में एयर बेस में शरण लेने के लिए कहा है। मिसावा इंस्टॉलेशन कमांडर ने सभी कर्मियों को उत्तर कोरिया के मिसाइल लॉन्च के बाद आगे की जानकारी मिलने तक कवर लेने और इंतजार करने का निर्देश दिया है।

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उत्तर कोरिया ने अमेरिका को निशाना बनाने के लिए निर्मित लंबी दूरी तक मार करने वाली एक संदिग्ध मिसाइल शुक्रवार को दागी। दक्षिण कोरिया और जापान ने यह जानकारी दी। दक्षिण कोरिया और जापान के साथ अपने गठजोड़ को मजबूत करने के अमेरिक के प्रयासों के विरोध में उत्तर कोरिया के अपनी परीक्षण गतिविधियों को फिर शुरू करने के बाद यह प्रक्षेपण किया गया। दक्षिण कोरिया के ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया के पूर्वी तट पर शुक्रवार सुबह एक बैलिस्टिक मिसाइल के प्रक्षेपण करने के बारे में पता चला है। इसके एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) होने की आशंका है। जापान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने अपने पश्चिमी तटीय क्षेत्र से आईसीबीएम श्रेणी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जो पूर्वी समुद्र क्षेत्री की ओर गई।

मिसाइल सुबह 10 बजकर 14 मिनट पर दागी गई, वह अब भी हवा में है और और जापानी विशेष आर्थिक क्षेत्र के अंदर गिर सकती है। अगर इसकी पुष्टि हो जाती है तो करीब दो सप्ताह के भीतर उत्तर कोरिया का यह पहला आईसीबीएम प्रक्षेपण होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि तीन नवंबर को उत्तर कोरिया द्वारा प्रक्षेपित एक आईसीबीएम उम्मीद के मुताबिक उड़ान नहीं भर पाई। ऐसा माना जा रहा है कि तीन नवंबर के परीक्षण में एक नए प्रकार की आईसीबीएम शामिल थी। उत्तर कोरिया के पास दो अन्य प्रकार के आईसीबीएम ‘ह्वासोंग-14’ और ‘ह्वासॉन्ग-15’ हैं। 2017 में उनके परीक्षण से स्पष्ट हो गया था कि वे अमेरिका की सरजमीं तक पहुंचने में सक्षम हैं।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने उत्तर कोरियाई के प्रक्षेपण पर चर्चा करने के लिए एक आपात सुरक्षा बैठक बुलाई है। जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमदा ने कहा, ‘‘ उत्तर कोरिया इस साल लगातार मिसाइल दाग रहा है और इससे कोरियाई प्रायद्वीप में लगातार तनाव बढ़ रहा है।’’ इससे पहले, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने अमेरिका द्वारा क्षेत्र में अपने सहयोगियों-दक्षिण कोरिया और जापान की सुरक्षा को लेकर दृढ़ प्रतिबद्धता जताने के जवाब में ‘‘कड़ी’’ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की बृहस्पतिवार को धमकी दी थी।

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