Rahu Kaal: मांगलिक कार्य से पहले राहु काल देखना क्यों होता है जरूरी? जानें इसका महत्व

Rahu Kaal: हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का बड़ा महत्व है. पूजा-पाठ, हवन, शादी, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यक्रम हों या फिर नई कार, बाइक या मकान लेना हो, सबसे पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले राहु काल देखना बेहद जरूरी होता है. अगर राहुल काल का ध्यान नहीं रखते हैं तो कार्य में विघ्न आ सकता है. ऐसे में शुभ काम से पहले राहु काल देखना चाहिए. तो चलिए राहु काल का महत्व समझते हैं.

राहु काल का महत्व
पंडित जी बताते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का अपना समय और महत्व होता है. राहुकाल, गुलिक काल और यमगंड काल, इन तीनों कालों को संकट का काल माना गया है. हर दिन अलग-अलग समय पर तीनों काल आते हैं और उस समय अशुभ मुहूर्त होता है, इसलिए कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करने की सलाह दी जाती है. राहु को असुर और छाया ग्रह भी कहते हैं. हर दिन 90 मिनट तक राहुकाल का समय रहता है, जिसमें शुभ कार्य करने की मनाही होती है. राहु काल का समय इस प्रकार रहता है.

पीपल के पेड़ के सरल उपायों से पाएं कई समस्याओं से छुटकारा

राहुकाल का समय

सोमवार: प्रात: 7:30 बजे से प्रात: 09:00 बजे तक

मंगलवार: दोपहर 03:00 बजे से शाम 4:30 तक

बुधवार: दोपहर 12:00 बजे से 1:30 तक

गुरुवार: दोपहर 1:30 बजे से 3:00 बजे तक

शुक्रवार: सुबह 10:30 बजे से 12:00 बजे तक

शनिवार: सुबह 09:00 बजे से 10:30 तक 

रविवार: सायं 4:30 बजे से 06″00 बजे तक 

राहुकाल में नहीं करें ये काम
ज्योतिषियों के अनुसार, राहुकाल में पूजा, हवन, मुंडन, गृह प्रवेश, विवाह या अन्य कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. इस समय कोई भी नया व्यापार शुरू नहीं करना चाहिए. राहुकाल में यात्रा करना भी शुभ नहीं मानी जाती है. अगर जरूरी हो तो अपने इष्टदेव की पूजा-अर्चना करने के बाद मंगल यात्रा की कामना करते हुए सफर कर सकते हैं.

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker