रूस और यूक्रेन की जंग के बाद विदेश मंत्री जयशंकर रवाना होंगे मॉस्को, दुनिया की इस यात्रा पर नजरें

विदेश मंत्री एस जयशंकर की दो दिवसीय मास्को यात्रा पर है, जिस पर दुनिया भर की नजरें है। दरअसल विदेश मंत्री एस. जयशंकर सात नवंबर को पहली बार यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से रूस की यात्रा पर जाएंगे। इस यात्रा के दौरान वो अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत करेंगे। माना जा रहा है कि दोनों नेता द्विपक्षीय मुद्दों तथा विभिन्न क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर बैठक में चर्चा की जाएगी।

बता दें कि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद ये यात्रा काफी अहम मानी जा रही है। इसके अलावा डॉक्टर जयशंकर रूसी परिसंघ के उप -प्रधानमंत्री तथा व्यापार और उद्योग मंत्री डेनिस मांटूरोव से मुलाकात करेंगे। हालांकि यात्रा के दौरान जयशंकर की राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात होने की कोई संभावना नहीं है।

बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच फिर से टकराव की स्थिति देखने को मिल रही है। इसी बीच पश्चिमी देश भी विदेश मंत्री एस जयशंकर की इस यात्रा को लेकर काफी उम्मीद से देख रहे है। माना जा रहा है कि रूस पर विदेश मंत्री दवाब डालकर इस युद्ध को खत्म करने का प्रयास करेंगे। बता दें कि इस यात्रा को लेकर अबतक भारतीय विदेश मंत्रालय ने कोई आधिकारिक बयान साझा नहीं किया है। 

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इस यात्रा के दौरान उम्मीद लगाई जा रही है कि भारत कह सकता है कि ये युद्ध का दौर नहीं है। संभावना है कि अपने समकक्ष के साथ बैठक कर सर्गेई लावरोव द्विपक्षीय बैठक कर सकते है।

पीएम मोदी भी कर चुके हैं अपील

बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कह चुके हैं कि आज का युग युद्ध का नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि हम पिछले कई दशकों से हर पल एक दूसरे के साथ रहे हैं। लगातार दोनों देश इस क्षेत्र की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। 

रक्षा मंत्री भी कर चुके हैं अपील

रूस और यूक्रेन में बढ़ती शत्रुता के बीच रूस के रक्षा मंत्री की पहल पर बातचीत कर चुके है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से निकाला जाना चाहिए और किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प पर विचार नहीं करना चाहिए। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि शोइगु ने फोन पर हुई बातचीत में सिंह को यूक्रेन के मौजूदा हालात से अवगत कराया जिसमें डर्टी बम का इस्तेमाल करके उकसावे वाली कार्रवाई को लेकर चिंताएं शामिल हैं। 

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