अन्तर्राष्ट्रीय वृद्व दिवस पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों को किया गया सम्मानित
हमीरपुर। आज अटेवा के प्रांतीय आवाहन पर अन्तर्राष्ट्रीय वृद्व दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट के गोल चबूतरे में डा. रामशीष सिंह स्मृति सम्मान समारोह पेंशन शहीद का आयोजन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पुरानी पेंशन नई पेंशन धारक सेवानिवृत्त शिक्षक कर्मचारियों का सम्मान किया गया।
सम्मानित होने वाले शिक्षक रामप्रकाश सविता ने बताया कि पुरानी पेंशन आत्मसम्मान एवं बुढ़ापा के लिये जरूरी है। वही सीनियर आंडीटर पद से रिटायर्ड तेजबहादुर मिश्र ने कहा कि पुरानी पेंशन सुखद जीवन एवं परिवार के भरण पोषण के लिये जरूरी है।
नलकूप विभाग से सेवानिवृत्त देवीचरन लखौदा ने कहा कि पुरानी पेंशन से सारे काम पूरे हो जाते थे। स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त श्रीमती कृष्णा कुमारी ने कहा कि आत्मसम्मान से जीने के लिये पुरानी पेंशन सभी शिक्षक/कर्मचारियों को मिलनी चाहिये। इसी प्रकार अन्य लोगो ने भी अपने विचार रखे।
सभा को सम्बोधित करते हुये जिले के महासचिव कमल किशोर ने बताया कि एनपीएस शेयर आधारित निजीकरण की शुरूवात है। जिसमें कर्मचारियों का पैसा डूबने की पुरी आशंका है। जबकि पुरानी पेंशन में अंतिम वेतन का 50 प्रतिशत भाग पेंशन के लिये देना जरूरी होता है।
जिसमें बुढापा मान सम्मान स्वाभिमान के साथ कट जाता है। संयुक्त मंत्री मुख्तार अहमद ने कहा कि संघर्ष से ही पुरानी पेंशन मिलेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता अटेवा के जिला संयोजक विनोद कुमार ने किया। संचालन अटेवा के जिला प्रवक्ता रणविजय चक्रवर्ती ने किया।
इस मौके पर मुख्यरूप से अरविन्द कुमार यादव, कमलेश कुमार, सरोज, जयहिन्द, मनोज विश्वकर्मा, वासुदेव, जैनेन्द्र अनुरागी सहित आदि लोग मौजूद रहे। सम्मान समारोह में सभी सेवानिवृत्त शिक्षक व कर्मचारियों को माला पहनाकर व साल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पेंशनर्स शहीद डा. रामशीष सिंह की यादव किया गया।