हेल्दी फूड और एक्सरसाइज से करें हडिडयों की हिफाजत
लोग लाइफस्टाइल और सेहत की बात करते हैं तो बोन हेल्थ पर ज्यादातर लोगों का ध्यान नहीं जाता। लोगों की जागरूकता बढ़े इसलिए हर साल 4 अगस्त को नैशनल बोन ऐंड जॉइंट डे के रूप में मनाया जाता है। हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या भारत की बहुत बड़ी आबादी को है। 2013 में इंटरनैशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 80 फीसदी शहरी पॉप्युलेशन में विटामिन डी की कमी है।
हड्डियां कमजोर होने की यह भी एक वजह है। हड्डियां मजबूत रखने का सबसे अच्छा तरीका है आप खान-पान पर ध्यान दें। विटामिन डी और कैल्शियम चेक करवाते रहें साथ ही ऐक्टिव रहें। कोविड के बाद भी हड्डियों से जुड़ी कई समस्याएं दिख रही हैं जिनमें अवास्क्युलर नेक्रोसिस प्रमुख है।
अवास्क्युलर नेक्रोसिस दरअसल एक तरह का हड्डी का रोग है जिसमें खून का प्रवाह रुकने या बहुत कम हो जाने के कारण हड्डियों की कोशिकाएं मृत होने लगतीं हैं। यह हड्डियों के जोड़ों में और अधिकतर हिप जॉइंट में देखने को मिलता है।
कोविड संक्रमण के बाद इसके होने की अगर चर्चा करें तो कोविड की वजह से बहुत से केसेज में थ्रोम्बोसिस भी होता है। इसमें खून हो जाता है, इसलिए बहुत मुमकिन है कि इस दूसरी वजह कोविड के इलाज के दौरान ली गईं स्टेरॉयड की खुराक भी हो सकती हैं, जिसके कारण भी बहुत से मामलों में अवास्क्युलर नेक्रोसिस हो जाता है।
मेरे अनुभव में अभी तक कोविड रिकवरी के बाद इस बीमारी से जूझने वाले तकरीबन 3 से 4 मरीज़ देखने को मिले हैं, कहना है, डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा, निदेशक आर्थोपेडिक्स एंड स्पाइन सर्जरी, नारायणा सुपरस्पेशेलिटी हॉस्पिटल का।
पहचानें लक्षण
अवास्क्युलर नेक्रोसिस की बात करें तो इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं…
जोड़ों में तेज दर्द
जोड़ों को मोड़ने में समस्या
चलते समय लचक महसूस होना या दिक्कत महसूस होना
लाइफस्टाइल और हेल्थ का भी रखें ध्यान
अगर मरीज में ये दिक्कतें नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। वहीं अपनी डायट, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल का भी ध्यान दें। रोजाना 20 मिनट धूप में बैठें। एक्सपर्ट की सलाह पर योग करें। खाने में फल, सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स और नट्स लें।