प्रशासन के दबाव में नही झुके आंदोलन रत एम्बुलेंस कर्मी
पांच एम्बुलेंस और देने की बनी सहमति
बुधवार को जिले में संचालित हुई नौ एम्बुलेंस
भरुआ सुमेरपुर। मंगलवार की रात प्रशासन ने आंदोलनरत एंबुलेंस कर्मियों पर दबाव बनाया. लेकिन आंदोलनरत कर्मी प्रशासन की इस दबाव पर सहमत नहीं हुए. बाद में पांच एंबुलेंस और चलाने की सहमति बनी. इस पर आंदोलनरत कर्मी तैयार हो गए और कहा कि अगर कोई बड़ा हादसा जनपद में होता है तो वह रात में कार्य करने को तैयार हैं.
लेकिन आंदोलन खत्म नहीं होगा. बुधवार को जिले में नौ एंबुलेंस मरीजों को लाने ले जाने का कार्य करती रही. बुधवार को सदर विधायक के साथ सपा के प्रतिनिधिमंडल ने आंदोलनरत कर्मियों से भेंट करके उनकी समस्याओं के निस्तारण कराने का आश्वासन दिया. बीते तीन दिवस से पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मी आंदोलनरत है तथा पूरे जनपद की एम्बुलेंसों को लेकर कस्बे के गायत्री तपोभूमि में डेरा जमाए हुए हैं.
मंगलवार की रात 9 बजे के बाद अपर जिला अधिकारी वीपी श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार, सीएमओ डा. एके रावत ने एसडीएम सदर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट संजय कुमार मीणा के साथ मिलकर आंदोलनरत कर्मियों से बातचीत करते हुए हड़ताल समाप्त कर काम पर लौटने के लिए समझाया. परंतु बात नहीं बनी.
संघ के जिलाध्यक्ष महेश कुमार ने बताया कि पांच और एंबुलेंस संचालित करने पर सहमति बन सकी. बुधवार को जिले में नौ एंबुलेंस संचालित होकर मरीजों को लाने ले जाने का कार्य करती रही. उधर बुधवार को सदर विधायक युवराज सिंह ने तपोभूमि पहुंचकर आंदोलनरत कर्मियों की समस्याएं सुनी और ज्ञापन लेकर उचित कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया.
इसके बाद सपा नेता नीरज कश्यप ने आंदोलनरत कर्मियों से भेंट की और सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार संविदा कर्मियों के साथ अन्याय कर रही है. उन्होंने कहा कि सपा आंदोलनरत कर्मियों के साथ है. उधर एंबुलेंस सेवा ठप होने से सबसे ज्यादा दिक्कतें गर्भवती महिलाओं के साथ वृद्ध बीमार जनों को हो रही है. इनको परिजन निजी साधनों से अस्पतालों तक लाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
आंदोलनरत कर्मियों ने कहा कि वह सरकार की उत्पीड़न से घबराने वाले नहीं है. जब तक उनकी मांगें पूर्ण नहीं होंगी. उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं को सेवा से बर्खास्त करके मुकदमा दर्ज कराकर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि उनके आंदोलन से वह डर गई है.
उन्होंने कहा कि सरकार की इस कार्यवाही से संगठन घबराने वाला नहीं है. मांगे पूर्ण होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष महेश कुमार के साथ जिले के सभी एम्बुलेंस कर्मी आंदोलन में जमे हुए हैं।