किसानों के साथ बातचीत से पहले पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्रियों की अहम बैठक
नई दिल्ली : 3 केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली-यूपी-हरियाणा पर चल रहा हजारों किसानों का धरना-प्रदर्शन 9वें दिन में प्रवेश कर गया है। शनिवार को किसान आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कुछ किसानों ने विरोध भी किया। यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा कि कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार कल्लू केवल राजनीति करने पहुचे हैं। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस सरकार ने भी किसानों के लिए कुछ नहीं किया। कुछ किसानों ने अजय कुमार के पहुंचने का विरोध भी किया। वहीं, अजय कुमार लल्ली ने कहा कि पहले दिन से ही राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेश किसानों के समर्थन में है। कांग्रेस पार्टी हमेशा लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाती आई है। किसानों की समस्याएं संसद में भी उठाई जाएंगी।
बता दें कि दिल्ली से सटे यूपी और हरियाणा के तकरीबन दर्जनभर बॉर्डर सील हैं, जिससे शनिवार को भी लोगों को आवाजाही में दिक्कत पेश आ रही है। शनिवार दोपहर में केंद्र सरकार के साथ कृषि कानूनों पर होने वाली बैठक पर किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी। शनिवार को बैठक में कोई और बात नहीं होगी, कानूनों को रद करने के लिए ही बात होगी।
किसान संगठनों का कहना है कि वे तीनों कानूनों को रद करने पर ही आंदोलन को समाप्त करेंगे। उन्होंने देश के विभिन्न ट्रेड यूनियनों के भी समर्थन का दावा किया। मोर्चा के सदस्य व किसान नेता हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि गुरुवार को हुई बैठक में केंद्र सरकार ने नए कृषि कानूनों में बिजली व पराली को लेकर किए गए प्रावधानों को वापस लेने व न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने पर करीब-करीब सहमति दी है। लेकिन, हमने कहा है कि सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाकर कृषि कानूनों को वापस ले।