हमीरपुर : कुपोषण को मिटाने के संकल्प के साथ अभियान शुरू
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया
0 कुपोषित बच्चों के घर बांधी जाएगी एक-एक गाय
0 प्रभावी ढंग से कुपोषण को दूर करने के होंगे उपाय
हमीरपुर। 07 सितंबर 2020
राष्ट्रीय पोषण माह का सोमवार से शुभारंभ हो गया। जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित डॉ.कलाम सभागार से इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कुपोषण को जड़ से मिटाने का आह्वान किया।
कुपोषण को जड़ से मिटाने की सोच के साथ कुपोषित बच्चों को एक-एक गाय नि:शुल्क दी जाएगी, जिसके भरण-पोषण के लिए प्रतिमाह नौ सौ रुपए भी दिए जाएंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह संपूर्ण सितंबर माह में चलेगा। इ
उद्देश्य 6 माह से 5 साल तक के बच्चों, गर्भवती/धात्री महिलाओं के कुपोषण को प्रभावी ढंग से दूर करना है ताकि कुपोषण से होनी वाली बीमारियों व मृत्युदर को कम किया जा सके।
इस अभियान के दौरान जिले में कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों, एनीमिया की शिकार महिलाओं, किशोरियों और बालिकाओं को चिन्हित कर पोषण वाटिका लगाने, पौष्टिक भोजन का सेवन करने, 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराने तत्पश्चात अन्य पौष्टिक आहार लेने के बारे में बताया जाएगा। साथ ही नियमित तौर पर उनकी देखरेख की जाएगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषित बच्चों, महिलाओं के परिजनों से संपर्क करके उनको किचेन गार्डन के लिए प्रोत्साहित किया जाए तथा इसमें सहजन का वृक्ष अवश्य लगाया जाए।
यह अनेक गुणों से भरपूर है तथा पौष्टिक आहार भी है। पोषण वाटिका तथा उसके रखरखाव के लिए सभी परिषदीय विद्यालयों को पांच हजार की धनराशि प्रतिवर्ष दी जाती है।
उन्होंने कहा कि पंचायत भवनों, आंगनवाड़ी केंद्रों, विद्यालयों में पोषण वाटिका/किचेन गार्डन लगाया जाए। पोषण माह के दौरान ऑनलाइन प्रतियोगिता, डिजिटल पोषण पंचायत, वेबिनार तथा अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र में अनटायड फंड से वजन की मशीनें खरीदी जाएं ताकि बच्चों का समय-समय पर वजन कराने में आसानी होगी।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार यादव ने कहा कि कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के उद्देश्य से एक-एक गाय भी प्रदान की जाएगी।
साथ ही गाय के भरण-पोषण को प्रतिमाह नौ सौ रुपए दिए जाएंगे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कैलाश कुमार वैश्य, पीडी चित्रसेन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।