देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं चंद्रबाबू नायडू, जानिए सबसे कम दौलत किसके पास

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं। उनकी संपत्ति का मुख्य भाग हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में हिस्सेदारी से है जिसकी स्थापना उन्होंने 1992 में की थी। वर्तमान में उनकी पत्नी भुवनेश्वरी नारा के पास कंपनी की 24.37% हिस्सेदारी है।

देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफा‌र्म्स (एडीआर) की भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्रियों की वार्षिक सूची में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर शीर्ष पर हैं। उनकी 931 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति का अधिकांश हिस्सा उनके परिवार की डेरी रिटेल कंपनी हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में हिस्सेदारी से आता है।

33 वर्ष पहले इसकी स्थापना उन्होंने बिना किसी सरकारी सहायता के की थी। चंद्रबाबू नायडू के पास हेरिटेज फूड्स लिमिटेड में कोई शेयर नहीं है। दूध और डेरी उत्पादों की खुदरा विक्रेता इस कंपनी की स्थापना 1992 में केवल 7,000 रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ की गई थी। 1994 में यह शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुई थी। चंद्रबाबू की पत्नी भुवनेश्वरी नारा के पास 24.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसे चंद्रबाबू की संपत्ति में गिना जाता है।

हेरिटेज फूड्स में कुल 41.3 प्रतिशत हिस्सेदारी
नारा परिवार (प्रवर्तक) की हेरिटेज फूड्स में कुल 41.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 1995 के मात्र 25 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,381 करोड़ रुपये (बीएसई पर शुक्रवार के भाव के आधार पर) हो गया है। जून, 2024 के दौरान इसका बाजार पूंजीकरण उच्चतम 6,755 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था और इसमें 1,81,907 शेयरधारक थे।

1992 में हेरिटेज फूड्स की स्थापना
हेरिटेज फूड्स के अधिकारियों ने बताया कि एक ऐसी खुदरा कंपनी, जिसे कोई सरकारी सब्सिडी या अन्य सहायता नहीं मिलती, तभी आगे बढ़ सकती है जब उसके उत्पादों को जनता स्वीकार करे। यह कंपनी तब स्थापित हुई थी, जब चंद्रबाबू सिर्फ विधायक थे। उन्होंने बताया कि पिछली सदी के आखिरी दशक की शुरुआत में संयुक्त आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू का गृह जिला चित्तूर राज्य का सबसे बड़ा दूध उत्पादक था। 1992 में दूध का अधिशेष था और उत्पादकों के लिए विपणन संकट था। इस अवसर से प्रेरित होकर चंद्रबाबू ने 1992 में एक करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी और 7,000 रुपये की चुकता पूंजी के साथ हेरिटेज फूड्स की स्थापना की थी।

अगले वर्ष कंपनी आइपीओ लाई। यह 54 गुना ओवर सब्सक्राइब हुआ। आइपीओ से 6.50 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई। कंपनी ने प्रतिदिन 19,000 लीटर दूध का प्रसंस्करण किया और पहले ही वर्ष 19 लाख रुपये के लाभ (पीएटी) के साथ 4.36 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया।भुवनेश्वरी नारा कंपनी की प्रबंध निदेशक हैं, जबकि नारा ब्राह्मणी (चंद्रबाबू की पुत्रवधू) एक दशक से भी अधिक समय से कार्यकारी निदेशक हैं।

नारा लोकेश की पत्नी ब्राह्मणी स्टैनफोर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक हैं और उन्होंने अग्रणी वैश्विक डेरी कंपनियों में काम किया है। भुवनेश्वरी के नेतृत्व में हेरिटेज फूड्स ने अन्य राज्यों में भी विस्तार किया है। नौ राज्यों के लगभग तीन लाख डेरी किसान इस कंपनी से जुड़े हैं। हेरिटेज दूध और दुग्ध उत्पाद अब 17 राज्यों में उपलब्ध हैं।

एडीआर की रिपोर्ट में मुख्यमंत्रियों की संपत्ति
चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश) – 931 करोड़, पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश) – 163 करोड़, नवीन पटनायक (ओडिशा-पूर्व सीएम) – 63 करोड़, अरविंद केजरीवाल (दिल्ली-पूर्व सीएम) – तीन करोड़, पिनराई विजयन (केरल) – 1.18 करोड़, उमर अब्दुल्ला (जम्मू-कश्मीर) – 55.24 लाख, ममता बनर्जी (बंगाल) – 15.38 लाख।

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