यूपी में SP दफ्तर में युवक ने खुद को लगाई आग, हालत गंभीर
शाहजहांपुर के कांट थाना क्षेत्र के गांव सिहरान निवासी ताहिर अली ने मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे एसपी दफ्तर में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। सिपाहियों ने कंबल डाल कर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक ताहिर अली गंभीर रूप से झुलस गया। उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आत्मघाती कदम उठाने से पहले ताहिर अली ने गाड़ी गायब होने के मामले में पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगाया है।
एसपी दफ्तर के गेट पर ताहिर अली जब खुद को आग लगा रहा था, तभी कुछ लोग उसका वीडियो बना रहे थे। किसी ने उसे रोकने का प्रयास किया। जब वह पूरी तरह आग की लपटों से घिर गया, तो भागता हुआ एसपी दफ्तर पहुंचा। लपटों से घिरे युवक को देखकर अफरातफरी मच गई। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग बुझाई। गंभीर रूप से झुलसे ताहिर को आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस चौकी से गायब हो गई है ताहिर की गाड़ी
जानकारी के मुताबिक एक युवक ने ताहिर अली की दो पिकअप गाड़ियां किराये पर ली थीं। कुछ समय बाद उसने किराया देने से मना कर दिया था। मामला पुलिस तक गया तो पुलिस ने गाड़ी को चौकी में खड़ा करवा दिया था। अब उसकी गाड़ी पुलिस चौकी से गायब हो गई।
ताहिर अली अपनी गाड़ी का पता लगाने के लिए चक्कर काट रहे थे। आरोप है कि पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही थी। इससे आहत होकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। ताहिर को गंभीर हालत में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि तीन लोगों के उकसाने पर ताहिर अली ने खुद को आग लगाई है। जानकारी होते ही स्टाफ ने तुरंत आग को बुझाया। पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। इसके पीछे क्या कारण रहे हैं, इसकी जांच कराई जा रही है।
अखिलेश ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘शाहजहांपुर पिकअप चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज न करने से आहत जिस युवक ने एसपी ऑफिस के सामने पहुंच कर आग लगाई है, उसको तत्काल सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा दी जाए। इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुक़दमा दर्ज कर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाए। यह भी लिखा, अगर सच में हर अपराध की रिपोर्ट लिखाई जाए तो पता नहीं उप्र में तथाकथित अमृतकाल ही शर्म से आत्मदाह न कर ले।