OYO IPO पर बड़ी अपडेट, कंपनी ने नए सिरे से जमा किए डाॅक्युमेंट्स
दिल्लीः हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के OYO आईपीओ को लेकर बेहद सतर्क नजर आ रही है। कंपनी स्टॉक-मार्केट में एंट्री करने से पहले अपनी कई योजनाओं पर दोबारा काम कर रही है। इन दिनों यात्रा में सुधार हुआ है, इससे कंपनी का घाटा भी कम हुआ है। अब कंपनी ने सेबी के पास नए सिरे से रिवाइज्ड डाक्युमेंट्स जमा किए हैं। सूत्रों के मुताबिक, होटल-बुकिंग कंपनी ने सोमवार को न्यू फाइनेंस डाक्युमेंट्स दाखिल किए हैं।
अगले साल आएगा ओयो का आईपीओ
कंपनी अगले साल 2023 की शुरुआत में यानी जनवरी में आईपीओ लाने की सोच रही है। हालांकि, इस दौरान ओयो की नजर मार्केट की स्थिति पर रहेगी और उस हिसाब से फैसला किया जाएगा।
बता दें कि ओयो ने साल 2021 में आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे और आईपीओ इसी साल आना था। लेकिन कोरोना महामारी के बाद होटल इंडस्ट्री की फाइनेंशियल कंडीशन ठीक नहीं होने के कारण लिस्टिंग योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। आपको बता दें कि महामारी के चलते ओयो को भारी नुकसान हुआ और कंपनी को हजारों नौकरियों में कटौती करने के लिए मजबूर किया। इसका खुलासा अब सोमवार को सेबी को दी गई नई डाक्युमेंट्स में खुलासा किया गया। दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी का नुकसान अब काफी हद तक कम हुआ है।
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भारत, मलेशिया, इंडोनेशिया और यूरोप में कारोबार
स्टार्टअप अब चार मुख्य सेक्टर पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। भारत, मलेशिया, इंडोनेशिया और यूरोप, जहां यह छुट्टियों के हाउस का प्रबंधन करता है। ओयो के फाउंडर रितेश अग्रवाल होटल और लॉजिंग को बदलने के अपने प्रयासों में कई असफलताओं के बाद एक सफल आईपीओ लाने की कोशिश कर रहे हैं। गुड़गांव स्थित स्टार्टअप में जापानी समूह की लगभग 47% हिस्सेदारी है। 28 साल अग्रवाल लगभग एक तिहाई के मालिक हैं।