खतरे में है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन, अब रूस 2024 तक खुद का स्पेस स्टेशन बनाएगा

एक तरफ पूरी दुनिया इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की तरफ देख रही है तो दूसरी तरफ रूस के स्पेस चीफ यूरी बोरिसोव अलग प्लान पर काम कर रहे हैं. उनके मुताबिक, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन अब सुरक्षित और उपयोग के लिए फिट नहीं है. उन्होंने इस ओर इशारा किया कि रूस जल्द ही अपना खुद का स्पेश स्टेशन बनाने जा रहा है.

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, बोरिसोव ने कहा कि 24 साल पुराने स्टेशन में ज्यादातर इक्विपमेंट खराब हो चुके हैं. समय के साथ ये पार्ट क्रू सेफ्टी को भी खतरे में डाल रहे हैं. तकनीकी तौर पर देखें तो ISS ने अपनी सभी वारंटी पीरियड को पूरा कर लिया है. यह खतरनाक है. उपकरणों की विफलता की शुरुआत हो चुकी है और क्रैक्स सामने आने लगे हैं.

साथ काम कर रहे हैं रूस और अमेरिका

रूस और अमेरिका के बीच तमाम डिप्लोमेटिक तनाव के बीच दोनों ISS पर साथ में काम कर रहे हैं. यूक्रेन युद्ध के बाद दोनों के रिश्ते और भी नाजुक स्थिति में पहुंच गए हैं. लेकिन, स्पेस स्टेशन पर दोनों के वैज्ञानिक साझा हिस्सेदारी निभा रहे हैं.

बता दें कि हाल ही में बोरिसोव ने कहा था कि साल 2024 तक रूस आईएसएस से बाहर हो जाएगा. उस समय तक हमारा अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा. रूस का अंतरिक्ष प्रोग्राम उसकी अहम प्राथमिकता में है.

पद्म श्री से सम्मानित बुजुर्ग महिला से अस्पताल में जबरन कराया डांस

6 बिलियन डॉलर का बजट

इसके पहले बोरिसोव ने राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात कर कहा था कि रूस की स्पेस इंडस्ट्री मुश्किलों में है. देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाना है तो अंतरिक्ष की जरूरतों को पूरा करना होगा. रूस ने अपने स्पेस स्टेशन के लिए करीब 6 बिलियन डॉलर का बजट बनाया है

बोरिसोव के अनुसार, रूस का स्पेस स्टेशन ध्रुवों के चारों तरफ परिक्रमा करेगा और कॉस्मिक रेडिएशन के बारे में जरूरी जानकारी जुटाने के साथ-साथ रूस की टेरिटरी से दूर भी इसे देखने की अनुमति होगी.

ISS साल 1998 में हुआ था लॉन्च

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन साल 1998 में लॉन्च हुआ था. यहां अमेरिका और रूस के साथ कनाडा, जापान और यूरोप के 11 देश साझेदारी किए हुए हैं. दूसरी तरफ NASA की योजना है कि वह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को साल 2030 तक चालू रखे.

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker